नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रैलियों का दौर शुरू हो चुका है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन भारतीयों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन ने कहा कि यदि वह चुनाव जीत जाते हैं, तो उनका प्रशासन भारत के सामने मौजूद खतरों से निपटने में उसके साथ खड़ा रहेगा बिडेन ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और मजबूत करने की बात की।
नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले डेमोक्रेट पार्टी ने पॉलिसी स्टेटमेंट जारी कर दिया। जो बिडेन उसके राष्ट्रपति और कमला हैरिस उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। पॉलिसी स्टेटमेंट का सीधा मतलब- सत्ता में आने के बाद अपनाई जाने वाली संभावित नीतियां होती हैं। डेमोक्रेट पार्टी ने साफ तौर पर कहा- भारत से बेहतर रिश्तों को उच्च प्राथमिकता दी जाएगी। दक्षिण एशिया में सीमा पार से होने वाली आतंकी हरकतों को सहन नहीं किया जाएगा।
बिना नाम लिए पाकिस्तान को चेतावनी
इस स्टेटमेंट में दक्षिण एशिया का जिक्र प्रमुख तौर है। इस क्षेत्र में भारत और पाकिस्तान दोनों आते हैं। अमेरिका ने बराक ओबामा के दौर में ही पाकिस्तान पर रुख सख्त कर लिया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे बढ़ाया। अब डेमोक्रेट पार्टी ने बिडेन की नीतियों की तस्वीर भी साफ कर दी है। पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए साफ तौर पर कहा गया- सीमा पार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारत ने कई बार दुनिया के सामने सबूतों के साथ बताया कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देता है, उनकी मदद करता है।
चीन पर भी शिकंजा कसा जाएगा
इस दस्तावेज में चीन का नाम लिया गया है। इसमें कहा गया- हिंद महासागर को नीति बिल्कुल स्पष्ट रहेगी। नियम-कायदों का पालन करना होगा। चीन अपने पड़ोसियों को धमका नहीं सकेगा। भारत और अमेरिका मिलकर दुनिया के बड़े मुद्दे सुलझाने की कोशिश करेंगे।
भारतीय अमेरिकी कम्युनिटी का अपना महत्व है, इनके मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा। दोनों दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं।
एच-1बी वीजा रिफॉर्म होंगे
भारत और अमेरिकी सरकारों के बीच कई बार एच-1बी वीजा को लेकर मतभेद होते रहे हैं। पहली बार किसी पार्टी ने इस पर नजरिया और नीति की झलक दी है। पॉलिसी स्टेटमेंट में कहा गया- हाई स्किल वाले एच-1बी वीजा होल्डर की नौकरियों और उनकी संख्या का ध्यान रखा जाएगा। उनके परिवारों को साथ रखने के बारे में नीतियां बनाई जाएंगी। हेट क्राइम्स के मामलों से निपटने के लिए एक अलग विंग बनाई जाएगी।