सूरजपुर। रविवार को करंजवार जंगल में हाथी का शव मिला था। मौत की वजह करंट पाया गया है, लेकिन यह आकस्मिक या फिर महज दुर्घटना नहीं थी, बल्कि जानबूझकर हाथी को करंट की चपेट में लाया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। अब इसे हत्या का मामला मानकर सिरे से जांच की जा रही है।
इस संदेह के पीछे वजह, हाथी के शरीर में कई जगह जलने के निशान मिले हैं। घटनास्थल से बिजली की लंबी तार भी बरामद की गई है। लिहाजा माना जा रहा है कि हाथी की हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत हुई है। इस हत्याकांड में कौन लोग हो सकते हैं, इस बारे में किसी तरह का सुराग हाथ नहीं लगा है, लेकिन जांच शुरू हो चुकी है। बता दें कि बीते जून माह में इसी इलाके में 2 हथनियों के शव मिले थे।
कटघरे में वन विभाग
प्रदेश में बीते दो माह के भीतर आधा दर्जन से ज्यादा हाथियों की मौत हो चुकी है। वहीं हाथियों ने भी कई इलाकों में दहशत मचाई है। इतने के बावजूद वन विभाग की संजीदगी का नजर नहीं आना, सवाल खड़े करता है। आखिर इतनी मौतों के बाद भी वन विभाग क्यों नहीं जाग रहा है, जबकि गजराजों के संरक्षण की महती जिम्मेदारी विभाग की है।