रायपुर। राजधानी में मोहर्रम त्यौहार मनाये जाने के लिए एक बड़ी बैठक ली गई है। इस बैठक में मोहर्रम त्यौहार मनाया जाये इसके लिए नियम और शर्तों का ऐलान किया गया। इस बैठक में पुलिस अधिकारियों के साथ मुस्लिम समाज के लोग भी उपस्थित हुए थे। कोरोना वैश्विक महामारी को ध्यान में रखते हुये बैठक में आपसी सहमति से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। पूरे रायपुर शहर में मोमिनपारा आजाद चौक और ईरानी डेरा सिविल लाईन से सिर्फ 1-1 ताजियां ही निकाली जाएगी।
बता दे की शहर के मोमिनपारा आजाद चौक एवं ईरानी डेरा सिविल लाईन से एक – एक ताजियां तथा काफी सीमित संख्या में सवारियां निकाली जाएगी। प्रत्येक ताजियां के साथ 04 व्यक्ति तथा प्रत्येक सवारी के साथ 02 व्यक्तियों को जाने की अनुमति दी गई है। ताजियां अथवा सवारी एक साथ रैली के रूप में नहीं चलेंगी तथा एक – दूसरे के मध्य पर्याप्त सोशल डिस्टेन्सिंग रखना अनिवार्य होगा। समस्त ताजियां एवं सवारियां सूर्यास्त (मगरीब) के पूर्व करबला पहुंचाये जाने की जिम्मेदारी कमेटी की होगी।
ताजियां अथवा सवारी के साथ ढोल, बाजा एवं किसी भी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग की अनुमति नहीं दी गई है। संाकेतिक रूप से भी शस्त्र प्रदर्शन अथवा अखाड़ा करने की अनुमति प्रदान नहीं की गई है। भारत सरकार, राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के गाइड लाईन के अनुसार मोहर्रम त्यौहार मनाये जाने पर सहमति प्राप्त की गई।