मुंबई। बॉलीवुड फिल्मों में ज्यादातर विलेन का किरदार निभाने वाले सोनू सूद रियल लाइफ में सुपर हीरो की भूमिका निभा रहें हैं। इस कोरोना काल में जहां लोग अपने घरों में दुबक कर बैठ गए , वहीं सोनू सूद ने देश-विदेश में फंसे हज़ारों लोगो की मदद की, और लगातार करते ही जा रहें है। इसी कड़ी में सोनू ने दरियादिली का एक और नमूना पेश करते हुए लीवर की समस्या से जूझ रहे 13 मासूम बच्चों के लीवर ट्रांसप्लांट का जिम्मा उठाया है।
मार्च में होना था ऑपरेशन –
सोनू ने बताया की कोरोना काल में लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए जब उन्होंने प्रयास किए तो विदेश में फंसे भारतीय भी मदद के लिए कॉल करने लगे ।इसी दौरान जब फिलीपींस से भारतीय विद्यार्थियों की वतन वापसी करवाई जा रही थी तो कुछ लोगों ने लिवर की बीमारी से जूझ रहे बच्चों की मदद के लिए भी उनसे बात की। उन्हें बताया गया कि मनीला में 18 बच्चे थे, जिनका मार्च में दिल्ली के अपोलो और मैक्स अस्पताल में ऑपरेशन होना था। पर लॉकडाउन के कारण वह आ नहीं सके, उनमें से पांच बच्चों की मौत हो चुकी है।
सोनू ने आगे बताया की इसके तुरंत बाद उन्होंने भारत और फिलीपींस सरकार से अनुमति लेकर बच्चों के लिए विशेष विमान का प्रबंध किया। 13 बच्चे, 13 डोनर और 13 अटेंडेंट, कुल 39 लोग मनीला (फिलीपींस) से दो दिन पहले दिल्ली आ चुके हैं। बच्चों के परिजन बेहद खुश हैं क्योंकि अगले दो से तीन दिन में उनके लिवर ट्रांसप्लांट होंगे।
महामारी के दौरान मसीहा बन कर सामने आये सोनू सूद –
एक्टर ने इस महामारी के दौर में दरियादिली की नई मिसाल पेश की है , प्रवासी मजदूरों की घर वापसी से जिस नेक काम की शुरुवात हुई थी ,वो अभी तक जारी है। आलम तो ये है की लोग अब हर छोटी – बड़ी मदद के लिए सोनू सूद के पास ही जाते हैं , और एक्टर भी बस एक फ़ोन कॉल, मैसेज, या ट्वीट पर मदद के लिए तैयार हो जाते हैं ।