नई दिल्ली। किसानों को अब उनकी गन्ने की फसल के लिए ज्यादा दाम मिल सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज हुई कैबिनेट की बैठक में गन्ना किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए गन्ने की FRP (Fair & Remunerative Price) को 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने के लिए मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि FRP वो मूल्य होता है जिस दर पर चीनी मिल किसानों से गन्ना खरीदते हैं। इसके अलावा चीनी वर्ष (Sugar Year) हर साल 1 अक्टूबर से शुरू होकर अगले साल 30 सितंबर तक चलता है।
किसानों को मिलेगा गन्ने का ज्यादा भाव
पिछले साल खरीद मूल्य में बढ़ोतरी नहीं किए जाने से गन्ना किसान काफी नाराज हो गए थे। लेकिन इस साल मोदी सरकार के इस फैसले के बाद बाद किसानों को उनके गन्ने की फसल पर 285 रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिलेगा। आपको बता दें कि FRP के अलावा राज्य सरकार भी अपने ओर से किसानों के लिए गन्ने का दाम तय करती है। इसे SAP (State Advised Price) कहा जाता है। बीते वर्ष 2019-20 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने का SAP 325 रुपये प्रति क्विंटल तक तय किया था।
चीनी मिलों की बढ़ेंगी मुश्किलें
कैबिनेट के FRP बढ़ाने का फैसला किसानों के लिए भले ही अच्छा हो लेकिन इससे चीनी मिलों को झटका लगा है। क्योंकि गन्ना किसानों के करीब 20 हजार करोड़ रुपए चीनी मिलों पर बकाया है। ऐसे में FRP बढ़ाने का कितना फायदा किसानों को मिलेगा ये कहना मुश्किल है।