मथुरा। अपराधी कितने भी शातिर क्यों न हों. लेकिन कोई न कोई सुराग तो रह ही जाता है, और अपराधी के गले तक कानून के लंबे हाथ पहुंच ही जाते है। ऐसे ही मथुरा पुलिस ने 91 किलो चांदी लूटने वाले पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया.
बदमाशों के इस गिरोह को केवक एक स्कूटी की चाबी रखना महंगा पड़ गया, इस छोटे से सुराग की मदद से पुलिस लुटेरों तक पहुंची और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
बता दें, मथुरा के चौक बाजार में एक व्यापारी दीपक अग्रवाल के नौकर मनोज सैनी से बदमाशों ने 91 किलो चांदी से बने जेवरात से भरे बोरे को लूट लिया था. तीन बाइकों पर पांच बदमाशों ने मनोज सैनी से स्कूटी भी लूट ली थी. पुलिस ने रात भर चेकिंग के दौरान 14 घंटे में ही लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए बदमाश अनिल, कृष्ण मुरारी शर्मा, आशु उर्फ आस मोहम्मद, पंकज शर्मा और अनुज हैं.
बदमाशों ने 91 किलों चांदी के साथ नौकर से जिस स्कूटी को लूटा था. उसकी चाबी पर ‘ओम नम: शविया’ लिखा था। सबूत मिलते के लिए उन्होंने स्कूटी को तो यमुना नदी में फेंक दिया लेकिन उसकी चाबी एक बदमाश के जेब में रह गई थी. पुलिस का कहना है कि बदमाश आशु ऊर्फ आस मोहम्मद की नरहोली गांव में गांजा लेने गया. इस दौरान उसकी एक युवक से मारपीट हो गई. लोगों ने हाईवे पुलिस को फोन कर दिया और पुलिस ने उसे पकड़ा पूछताछ के दौरान चांदी लूट की वारदात का खुसाला हुआ.
पुलिस ने आस मोहम्मद की तलाशी ली तो उसकी जेब से दो पहिया वाहनों की तीन चाबियां बरामद हुईं. इनमें से एक चाबी स्कूटी की थी, जिस पर ओम नम: शिवाय लिखा हुआ था. इस पर थानाध्यक्ष विनोद कुमार की नजर पड़ी. उन्होंने तुरंत पीड़ित सराफ दीपक अग्रवाल से पूछा कि क्या उसकी लूटी गई स्कूटी की चाबी पर ओम नम: शिवाय लिखा हुआ है. सराफ के हां कहते ही पुलिस ने आस मोहम्मद को गिरफ्त में ले लिया. सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया. पुलिस एक के बाद एक बदमाश तक पहुंचती गई.
पुलिस ने बताया कि इस लूट की साजिश आरोपी अनिल और कृष्ण मुरारी ने ऐसी साजिश रची थी. नदी से स्कूटी को निकालने में स्वॉट टीम के प्रभारी और उनकी टीम को कई घंटे लगे. उन्होंने गोताखोरों की मदद से स्कूटी को बाहर निकाला.