फोटोग्राफी का नाम सुनते ही हम एक्साइटेड हो जाते हैं , आजकल इसका इतना क्रेज है की चाहे कोई इम्पोर्टेन्ट फंक्शन हो या पार्टी फोटोज़ लेना तो मानों ट्रेडिशन ही बन गया है । फोटोग्राफी कुछ लोगों के लिए हॉबी है तो कुछ लोगों का पैशन , कुछ के लिए ये एक इमोशन है तो वहीं कुछ के लिए बस यादों को संजो कर रखने का एक जरिया खैर जो भी हो ये फोटोज़ हमें ख़ुश तो करते हैं और ऐसी ख़ुशी को सेलेब्रेट करना तो बनता ही है। आज वर्ल्ड फोटोग्राफी डे है , और आज का यह दिन उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने आपके स्पेशल मोमेंट को कैमरे में कैद कर उसे यादगार बना दिया।
क्यों है ये दिन खास –
अब भई फोटोज़ तो हम रोज़ लेते है , और कभी भी लेते हैं तो आज ये दिन खास क्यों..? यही सोच रहे होंगे न आप..! इसके पीछे भी एक खास वजह है , दरअसल फोटोग्राफी डे मनाने की कहानी काफी पुरानी है , आज से लगभग 180 वर्ष पूर्व घटी एक घटना के बाद से ही यह दिन मनाया जाता है। इस घटना की शुरुआत 9 जनवरी सन् 1839 को हुई थी। इस दिन फ्रांस में डागोरोटाइप प्रक्रिया की शुरुआत की गई थी। यह दुनिया की पहली फोटोग्राफी प्रक्रिया मानी जाती है. इसका आविष्कार फ्रांस के रहने वाले लुइस डोगर और जोसेफ नाइसफोर ने किया था। इसके बाद फ़्रांस सरकार ने इस आविष्कार का पेटेंट प्राप्त किया। इसी दिन को याद करने के लिए World Photography Day मनाया जाता है, पर अधिकारिक तौर पर 2010 से वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया जाता है।
क्यों जरूरी है –
वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाने का असली उद्देश्य लोगों में फोटोग्राफी को ले कर जागरूकता पैदा करना है , ताकि लोग इस फिल्ड में आगे करियर बना सकें। इसके अलावा आज का ये दिन उन लोगों को भी समर्पित है , जिन्होंने फोटोग्राफी के क्षेत्र में खास योगदान दिया है।
ऑनलाइन गैलरी
आज का दिन इसलिए भी खास है , क्योंकि आज ही के दिन यानी 19 अगस्त को साल 2010 में पहली वैश्विक गैलरी की शुरुआत हुई , फोटोग्राफरों के लिए यह दिन काफी ऐतिहासिक था, हालांकि भले ही यह पहली गैलरी रही हो, लेकिन 250 से अधिक फोटोग्राफर्स ने अपने विचारों को साझा किया और साथ ही दुनियाभर के सैकड़ों देशों ने इस ऑनलाइन गैलरी पर विजिट किया था।