आगरा। बस हाईजैक मामले में एक नया मोड़ आया है, जिस हाईजैक को फाइनेंस कम्पनी की किश्त वसूली के हथकंडे के रूप में देखा जा रहा था दरअसल वो बदमाशों द्वारा प्लानिंग के तहत हुआ असली हाईजैक निकला। हालाँकि ये कांड बड़ी ही चालाकी से किया गया था , पर पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए मुख्य आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले ही लिया। हाईजैक करने वाले बदमाशों को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला –
बुधवार सुबह आगरा के मलपुरा थाने में बस चालक रमेश, परिचालक राम विलास और हेल्पर भूरा की ओर से शिकायत की गई थी कि वे लोग कल्पना ट्रैवल्स की बस नंबर यूपी 75 एम 3516 में गुरुग्राम से 34 सवारियों को बिठाकर मध्य प्रदेश जा रहे थे। इसी बीच दो गाड़ियों से चार लोग आए और बस की किश्तें जमा न होने की बात कहकर जबरन गाड़ी पर कब्जा कर लिया। चारों ने बस चालक, परिचालक और हेल्पर को आगरा के एत्मादपुर अंतर्गत कुबेरपुर क्षेत्र के एक ढाबे पर उतार दिया और सवारियों को किराया वापस करवा दिया। इसके बाद वे लोग बस को सवारियों समेत लेकर फरार हो गए।
सुबह-सुबह बस हाइजैक जैसी बड़ी वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस परेशान हो गई। एसएसपी बब्लू कुमार ने क्राइम ब्रांच समेत आठ थानों की टीम लगाकर जांच शुरू कर दी। आईजी रेंज ए सतीश गणेश ने आसपास के सभी जिलों में अलर्ट जारी करा दिया। शुरुआती जांच में पुलिस ने जब बस मालिक से बात करने की कोशिश की तो पता चला कि यह गाड़ी अशोक अरोड़ा की है। यह गाड़ी उनकी बेटी कल्पना के नाम से रजिस्टर्ड है। अशोक अरोड़ा के बेटे ने बताया कि पिता की मंगलवार को मृत्यु हो चुकी है। उनका फाइनेंस और एक व्यक्ति से लेनदेन का विवाद है। पुलिस ने जांच की तो शुरुआत में मामला फाइनेंस का लगा।
कैसे हुआ खुलासा –
दरअसल मलपुरा क्षेत्र में दक्षिणी बाइपास से मंगलवार रात को बदमाशों ने यात्रियों से भरी बस का अपहरण किया था। बुधवार को सुबह छह बजे चालक और परिचालकों ने मलपुरा थाने में घटना की सूचना दी। इस मामले में परिचालक रामविशाल की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती और अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस की जांच में अपहरणकांड में जैतपुर निवासी प्रदीप गुप्ता का नाम सामने आया। सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज के बाद पुलिस फीरोजाबाद, आगरा और इटावा में उसकी तलाश में लगी थी। रातभर पुलिस दबिश देती रही। रात में ही इटावा से पुलिस ने उसकी एक्सयूवी कार को बरामद कर लिया। इसके बाद सुबह पांच बजे फतेहाबाद के भलोखरा चौराहा पर गुरुवार सुबह प्रदीप गुप्ता अपने साथी यतेंद्र यादव के साथ जा रहा था।
क्राइम ब्रांच, एसओजी और कई थानों के पुलिस फोर्स ने उसकी घेराबंदी कर ली। आरोपित की ओर से पुलिस पर फायरिंग की गई। मुठभेड़ में प्रदीप के दाहिने पैर में गोली लग गई। इसके बाद बाइक से वह गिर पड़ा। उसका साथी मौके से भागने में सफल हो गया। मौके से चोरी की बाइक और तमंचा कारतूस बरामद हुए हैं। एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंच गए। घायल बदमाश को एसएन मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में भर्ती करा दिया। मुठभेड़ में स्वाट टीम का सिपाही सुदर्शन भी घायल हो गया है। फरार लोगों की तफ्तीश जारी है।
मामले में एसएसपी बबलू कुमार ने कहा की ” सीसीटीवी देखने पर एक्सयूवी कार में सवार एक व्यक्ति का चेहरा नजर आ गया। कार के नंबर की जांच की गई तो प्रदीप गुप्ता का नाम प्रकाश में आया। बस को इटावा के अंतर्गत बलरई थाना क्षेत्र में एक ढाबे के बाहर से बरामद कर लिया गया था। वहीं बस के सभी यात्री सुरक्षित हैं। ” एसएसपी बबलू कुमार के मुताबिक प्रदीप गुप्ता से पूछताछ की जा रही है और उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है।
बता दें की मुख्य आरोपी प्रदीप पर पहले भी भ्रष्टाचार,फ़र्ज़ी दस्तावेज़ तैयार करने और धोखाधड़ी जैसे अपराध दर्ज़ हैं।