रायपुर। बीजेपी नेताओं में उपजे आपसी विवाद पर पूर्व मंत्री चंद्रेशेखर साहू का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बड़ी पार्टी में इस तरह के मतभेद होते हैं। हालांकि यह पार्टी के भीतर का मामला है, इसलिए बाहर कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं है। संगठन को इस मामले में हस्तक्षेप कर इसे सुलझाना चाहिए। इस दौरान कांग्रेस के जिलों में नए कांग्रेस भवन बनाए जाने को लेकर कहा कि सरकार को प्रदेश की आर्थिक स्थिति की चिंता नहीं है।
स्वच्छता सर्वेक्षण द्वारा जारी रैंकिग पर चंद्रशेखर साहू ने कहा कि इसमें सरकार का कोई योगदान नहीं है। अंबिकापुर तो पहले से ही स्वच्छ शहर में था। फिर भी जो शहर और इलाके स्वच्छता में स्थान पाए है उन्हें बधाई। किसानों, वनवासियों और गोबर विक्रेताओं को राशि वितरण पर भी चंद्रेशखर ने सरकार पर हमला बोला है। कहा कि किसानों के साथ न्याय तो तभी होता है जब उन्हें एक साथ धान के समर्थन मूल्य की राशि देते।
पूर्व मंत्री साहू के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता रमेश वल्र्यानी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार को तो किसानों का इतना भी ख्याल नहीं था, तभी केंद्र सरकार को समर्थन मूल्य 2500 रुपए करने के लिए राजी नहीं कर पाए। भूपेश सरकार ने किसानों का ध्यान रखा, और न्याय योजना के तहत अपने किए वायदे को पूरा करने में लगे हुए हैं, उसमें भी भाजपा के पेट में दर्द होने लगा है।