नई दिल्ली। रूस पिछले दिनों कोरोना की पहली वैक्सीन बनाने का दावा करने के बाद से चर्चा में है। दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच कई देश इसका टीका बनाने में जुटे हुए हैं और अलग-अलग स्तर पर काम कर रहे हैं। लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा अचानक से कोविड-19 टीके को मंजूरी मिलने के बाद से कई देश रूस के संपर्क में है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मंगलवार को इस बात के संकेत दिए कि भारत और रूस के बीच कोविड-19 की दवा ‘Sputnik-V’ को लेकर बातचीत चल रही है। मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘जहां तक Sputnik-V वैक्सीन का संबंध है, भारत और रूस के बीच इसे लेकर बातचीत चल रही है और कुछ प्रारंभिक जानकारी साझा की गई है।
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बता दें कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त को Sputnik-V की घोषणा की थी, जो कि कोविड-19 के खिलाफ रूस का पहला स्वीकृत वैक्सीन है, जिसे मंजूरी वाला रूस पहला देश है। रूस ने कहा था कि इस महीने के अंत तक वैक्सीन को चालू कर दिया जाएगा। रिपोर्टों के अनुसार, देश ने पहले ही Sputnik-V के पहले बैच का उत्पादन कर लिया है।
हालांकि, कुछ वैज्ञानिकों को डर है कि जल्दबाजी में वैक्सीन को मंजूरी देने से मॉस्को कोरोनो वायरस के खिलाफ टीका विकसित करने की वैश्विक दौड़ के बीच सुरक्षा से पहले राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को दांव पर लगा रहा है। इन सब आशंकाओं के बीच राष्ट्रपति पुतिन ने पहले लोगों को आश्वस्त किया था कि टीका सुरक्षित है, यह कहते हुए कि उनकी एक बेटी ने इसे एक स्वयंसेवक के रूप में लिया और बाद में अच्छा महसूस किया।