रायगढ़: कलेक्टर भीम सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में लगातार वृद्धि होने पर बैठक लेकर संक्रमित मरीजों के इलाज तथा बीमारी को फैलने से रोकने के लिये किए जा रहे उपायों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि रायगढ़ शहर में वार्डवार रैंडम सेम्पल लेकर जांच कराये जाने से संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही है। प्रशासन द्वारा संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में कोविड अस्पताल बनाये गये है और बेड संख्या में भी वृद्धि की जा रही है।
शहरी क्षेत्र में हाई रिस्क (डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय एवं किडनी रोग)वाले 5237 व्यक्तियों को चिन्हांकित किया गया था जिनमें से केवल 1244 व्यक्तियों ने ही अपना सेम्पल दिया। कलेक्टर सिंह ने अपील की है कि गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति तथा उनके परिवार के अन्य सदस्य अपनी सुरक्षा को देखते हुये सेम्पल देकर जांच करावे। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्तियों के जीवन का मूल्य समान है शासन का प्रयास है कि सभी लोग सुरक्षित रहे और प्रारंभिक स्थिति में कोरोना संक्रमित होने पर इलाज संभव है परंतु देरी करने से बड़े से बड़े डॉक्टर्स भी कुछ नहीं कर पायेंगे इसलिये लोगों को बिना देरी किये शासकीय अस्पतालों में जाकर अपना इलाज कराना चाहिये। कलेक्टर सिंह ने कहा कि कोई भी व्यक्ति सेम्पल देने से मना नहीं कर सकता और यदि कोई मना करेगा तो उसके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जायेगी।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि होम आईसोलेशन के दौरान शासन के गाइड लाइन का पालन नहीं हो रहा है, होम आइसोलेशन के तीन प्रकरणों में मरीजों के घर के अन्य सदस्य भी संक्रमित पाये गये है। इसलिए कोरोना संक्रमित पाये जाने पर होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं दी जायेगी। ऐसे व्यक्तियों को कोविड अस्पताल में रहकर ही इलाज कराना होगा। कलेक्टर ने इस बाबत निर्देश जारी किया है