नई दिल्ली। जेईई और नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर लगातार हो रह विरोध के बीच आज शिक्षा मंत्री निशंक ने चुप्पी तोड़ी है। केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि लोग चाहते हैं परीक्षा का आयोजन हो।
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इस बार जेईई और नीट की परीक्षा बार-बार टलने के बाद सितंबर में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए परीक्षा के आयोजन का ऐलान हुआ है। दूसरी ओर पिछले कई दिनों से परीक्षा को टालने की मांग कई राजनीतिक दलों की तरफ से की जा रही है।
बता दें कि आईआईटी में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा और मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा अगले महीने आयोजित की जानी है। वहीं लगातार हो रहे विरोध के बीच अब केंद्रीय मंत्री ने खुलकर इस पर अपनी बात रखी है।
एक इंटरव्यू में मंत्री ने कहा कि जेईई की परीक्षा में शामिल होने वाले 80 फीसदी स्डूडेंट अपना एडमिट कार्ड पहले से ही डाउनलोड कर चुके हैं। हमारे ऊपर लगातार इस बात का प्रेशर है कि हम परीक्षा करवाएं। छात्र चिंतित हैं. वे सोच रहे हैं कि आखिर कब तक वे इसके लिए पढ़ाई करते रहेंगे। निशंक ने कहा कि “जेईई के लिए पंजीकृत 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं। हम छात्रों के साथ हैं. उनकी सुरक्षा पहले हो, फिर उनकी शिक्षा।”
इस दौरान मंत्री ने स्कूल खोलने को लेकर कहा कि गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए गाइडलाइन्स को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को खोला जाएगा। कोरोना वायरस महामारी के खतरे को कम करने के लिए छात्रों को मास्क पहनना होगा, हैंड ग्लव्स पहनना होगा और अपनी खुद की पानी की बोतल भी लानी होगी। हालांकि इस चर्चा के दौरान मंत्री ने स्कूल खोलने की तारीख का जिक्र नहीं किया।