नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश से संबंधित नीट और जेईई की परीक्षाओं के संदर्भ में बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार को सभी पक्षों से बात कर मुद्दे का स्वीकार्य समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘NEET-JEE के अभ्यर्थियों की चिंता अपनी सेहत और भविष्य दोनों को लेकर है। उनकी कुछ वाजिब चिंताएं हैं। कोविड-19 के संक्रमण का डर है, महामारी के दौरान परिवहन एवं ठहरने की चिंता है और असम एवं बिहार में बाढ़ है। ’
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार को सभी पक्षों को सुनना चाहिए और एक स्वीकार्य समाधान ढूंढनाचाहिए। गौरतलब है कि शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मेन) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) तय कार्यक्रम के अनुसार सितंबर में ही आयोजित की जाएंगी।
NEET-JEE परीक्षा में बैठने वाले छात्र अपने स्वास्थ्य और भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
उनके मुद्दे हैं:
-Covid19 संक्रमण
-महामारी में परिवहन और आवास की कमी
-असम-बिहार में बाढ़ की तबाही।
भारत सरकार को सब पक्षों की बात सुनकर एक सार्थक समाधान निकालना चाहिए।#AntiStudentsModiGovt https://t.co/kKjgUfkWqw
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2020