कोरबा। लैंको पावर प्लांट में ट्रक चालक बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था प्रबंधन ने मृत चालक को जिंदा समझ कर जिला अस्पताल भेज दिया। उसके बाद मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दी। मृतक के परिजनों ने लैंको प्रबंधन पर झूठी जानकारी देने का आरोप लगाया और जांच की मांग उरगा पुलिस से की है।
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उरगा थाना अंतर्गत लैंको पावर प्लांट के अंदर गेवरा बस्ती निवासी शिपरनाथ की लाश उसके ट्रक के पास मिलने से सनसनी फैल गयी। घटना आज गुरुवार सुबह की है, जब अन्य ट्रक चालकों की नजर उस पर पड़ी तब जाकर इसकी सूचना लैंको प्रबंधन और उरगा पुलिस को दी गई। मृतक शिपरनाथ भगत आरकेटीसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में ट्रक चालक थे रात को जांजगीर चांपा जिले के हिन्दवासरी से कोयला लोड कर घर गेवरा बस्ती आया। अधिक रात होने पर वो रुक गया और सुबह उठ कर जब लैंको पावर प्लांट खाली करने पहुचा तो ट्रक के पास में ही बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ मिला। लैंको प्रबंधन ने उसे जिंदा समझ कर जिला अस्पताल भेज दिया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के मूल निवासी सुपर नाथ बघेल की मौत को संदिग्ध परिस्थितियों में होना मानते हुए पुलिस ने धारा 174 सीआरपीसी के अंतर्गत मर्ग कायम किया है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस इस बारे में अस्पताल से मिली जानकारी और परिजनों के द्वारा दिए गए बयान के आधार पर आगे की जांच पड़ताल करने की बात कह रही है।
परिजनों ने लगाया आरोप –
मृतक के पुत्र सूरज भगत ने आरोप लगाया है कि लैंको प्रबंधन ने झूठी जानकारी देकर सीधा जिला अस्पताल बुला लिया जबकि उसकी मौत लैंको पावर प्लांट पर ही हो चुकी थी। इस मामले में उरगा थाना प्रभारी लखन पटेल ने बताया कि- ‘मृतक शिपरनाथ की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई है इस मामले की जांच की जा रही है।’