नई दिल्ली। कोरोना का खौफ दुनियाभर में है। कोरोना के बारे में लोग जितना जानते हैं, उससे ज्यादा जानने की इच्छा रखते हैं। देश और दुनिया के लिए ये बीमारी और उसके लक्षण नए हैं। खांसी, जुकाम और बुखार के अलावा भी इस बीमारी के कई ऐसे लक्षण सामने आ रहे हैं, जिन्होंने वैज्ञानिकों को भी हैरान कर दिया है। वैज्ञानिकों ने इस सवाल का जवाब खोज लिया है कि कोरोना इंसान के शरीर में कितने दिन तक रह सकता है।
जॉन होपकिन्स यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि संक्रमण की शुरुआत कोरोना के शरीर में पहुंचने के पांचवें दिन से होती है। यदि किसी व्यक्ति को संक्रमण होता है तो उसमें इसके लक्षण दिखने में कभी-कभी 11 दिन भी लग सकते हैं। WHO के मुताबिक, वायरस के शरीर में पहुंचने और दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है।
लांसेट में प्रकाशित एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। यह अध्ययन चीन में करीब आठ सौ संक्रमित लोगों पर किया गया है। स्टडी के अनुसार इस बीमारी की चपेट में आने पर ठीक होने में 37 दिन तक का समय लग सकता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, अध्ययन में कोरोना से 171 स्वस्थ हो चुके लोग भी शामिल थे। अध्ययन के मुताबिक वायरस के शरीर में जीवित रहने की अवधि औसत 20 दिन है। अध्ययन में कई किस्म के मरीजों के आंकड़े एकत्र किए गए। यह पाया गया कि जिन 29 मरीजों को उपचार के दौरान एचआईवी/एड्स रोधी दवाएं लोपिनावीर और रिटोनावीर दी गई, वे महज 14 दिनों में ठीक हो गए। यानी उनमें इस वायरस का प्रभाव जल्दी खत्म हुआ।
इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि गंभीर रूप से संक्रमित जिन 32 मरीजों के आंकड़े एकत्र किए गए हैं, वे बेहद डरावने हैं। इन 32 मरीजों को मैकेनिकल वेंटीलेटर पर रखा गया तथा इनमें से 31 की मृत्यु हो गई।