मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) केस की जांच के आगे बढ़ने के साथ ही इसमें नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के बाद अब इस केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) की भी एंट्री हो गई है। जांच के सातवें दिन आज एजेंसियों का पूरा फोकस रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) के परिवार को सदस्यों पर है। सीबीआई रिया के भाई शोविक चक्रवर्ती से डीआरडीओ के गेस्ट हाउस में पूछताछ कर रही है। उधर, ईडी ने रिया के पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती को एक बार फिर समन भेजा है। इसके अलावा सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी, कुक निरज समेत कई और लोगों से भी पूछताछ हो रही है।
सुशांत केस में ड्रग्स की जांच के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एक टीम बनाई है और यह टीम जांच के लिए दिल्ली से रवाना हो गई है। एनसीबी ने बुधवार को दिल्ली में रिया चक्रवर्ती, भाई शौविक चक्रवर्ती तथा उसके दोस्तों के खिलाफ नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटैंस (एनडीपीएस) अधिनियम की धारा 20, 22, 27 व 29 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
सुशांत के पिता के आरोप पर वकील विकास सिंह कहा कहना है कि सुशांत को छुपा कर ड्रग दिया जा रहा था, उनकी चाय, कॉफी में डाल कर। अगर वो (रिया) सुशांत की मानसिक स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उनको ड्रग दे रही थीं तो ये गंभीर अपराध है। इसी जहर की वजह से आज उनकी जान गई है।
रिया मेरे बेटे की हत्यारी: केके सिंह
सुशांत के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि रिया ने उनके बेटे की जहर देकर हत्या की है। वह काफी समय से उनके बेटे को जहर दे रही थी। जांच एजेंसी को चाहिए कि वो रिया और उसके सहयोगियों तो तुंरत गिरफ्तार करे।
सिद्धार्थ पिठानी का बड़ा खुलासा
सीबीआई की पूछताछ में सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी ने बताया कि 8 जून को रिया और सुशांत के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद रिया ने घर छोड़ने से पहले 8 हार्ड ड्राइव को एक आईटी प्रोफेशनल से नष्ट करवाया था। इस पर सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा, अगर ऐसा है तो सुशांत को मारने के लिए साजिश की गई थी।
विधायक ने उद्धव को पत्र लिखा
उधर, मुंबई के घाटकोपर पश्चिम से भाजपा विधायक राम कदम ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर महाराष्ट्र में ड्रग्स के अवैध कारोबार पर आगामी विधानसभा सत्र में चर्चा करवाने की मांग की है। राम कदम का आरोप है कि इस मामले में महाराष्ट्र के एक ब़़डे नेता को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।