नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण बेलगमा होता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड करीब 79 हजार नए केस सामने आए हैं। वहीं मरने वालों की संख्या 63498 तक पहुंच गई है। शुक्रवार को भारत में COVID-19 के 77,266 नए पॉजिटिव केस सामने आए थे। वहीं शनिवार को भारत में शनिवार को कोरोना के 76472 मरीज मिले थे। भारत स्वस्थ मरीजों, मृत्यु दर, पॉजिटिविटी रेट के मामले में सर्वाधिक प्रभावित देशों से बेहतर है। महामारी को मात देने में आवश्यक चिकित्सा उपकरणों में देश आत्मनिर्भर हो चुका है।
भारत में सात अगस्त से एक दिन में सबसे ज्यादा मामलों का रोज नया रिकॉर्ड बन रहा है। कुल मामलों में वह अमेरिका (60 लाख केस) और ब्राजील (37.64 लाख) से ही पीछे है। ब्राजील से भारत का अंतर पौन चार लाख केस का ही रह गया है। शुक्रवार को लगातार दूसरा दिन रहा, जब देश में 75 हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। हालांकि करीब 26 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। भारत में सात अगस्त को कुल केस 20 लाख के पार हुए थे। महज 15 दिनों के बाद यह आंकड़ा 23 अगस्त 30 लाख पहुंच गया था।
भारतीय बाजार में अगले साल की शुरुआत में कोविड-19 के दो टीके उपलब्ध हो सकते हैं। बर्नस्टीन की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने दौड़ में आगे चल रही कंपनियों एस्ट्राजेनेका और नोवावैक्स के टीके का करार पहले सुनिश्चित कर लिया है। ऐसे में टीके को मंजूरी मिलते ही भारत में इनका टीकाकरण शुरू हो सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार,वैश्विक स्तर पर चार संभावित टीके हैं, जिन्हें 2020 के अंत तक या 2021 की शुरुआत में स्वीकृति मिलने का अनुमान हैं। इनमें से दो टीके एस्ट्राजेनेका व ऑक्सफोर्ड का वायरल वेक्टर टीका और नोवावैक्स के प्रोटीन सबयूनिट टीके के लिए भारत ने साझेदारी की है। इन टीकों के अब तक के परीक्षण मानकों पर खरे उतरने के साथ प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने में सफल साबित हुए हैं। ऐसे में भारत में 2021 की पहली तिमाही में बाजार में एक स्वीकृत टीका उपलब्ध हो जाएगा।