सक्ती। जनपद पंचायत सक्ती के टीन शेड निर्माण के संबंध में प्रेस क्लब अध्यक्ष सक्ती राजेश शर्मा द्वारा लिखित शिकायत किया गया था। इस संबंध में जांच अधिकारी एस के ओझा ने अपने सक्ती प्रवास के दौरान जानकारी दी की करोना संक्रमण के वजह से जांच में थोड़ा समय लगा। लेकिन एक सप्ताह के अंदर प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश शर्मा द्वारा किए गए शिकायत पर जांच निष्पक्ष तौर पर होगी।
आपको बता दें मामला सक्ती जनपद पंचायत का है, प्रेस क्लब अध्यक्ष सक्ती द्वारा यह शिकायत किया गया था कि बिना निविदा के लाखों रुपए के काम सक्ती जनपद सीईओ के द्वारा अपने चाहते ठेकेदार को दे दिया गया था। इस संबंध में जब प्रेस क्लब अध्यक्ष ने जानकारी चाही तो सक्ती जनपद सीईओ के द्वारा लिखित में गलत जानकारी दे दी गई थी। इस वजह से इसकी शिकायत प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश शर्मा ने उच्च अधिकारियों को किया था जिसको ध्यान में रखते हुए एस.के. ओझा को जांच अधिकारी बनाया गया।
लेकिन महीनों जांच नहीं होने के कारण सक्ती जनपद सीईओ का हिम्मत और भी बढ़ती गया और उन्होंने इसी प्रकार अध्यक्ष कमरे के जीर्णोद्धार जनपद पंचायत के टॉप में टीन शेड और एक कमरे की मरम्मत के लिए उसी चहेते ठेकेदार को बिना निविदा के फिर से कार्य दे दिया गया। कार्य करने के उपरांत ठेकेदार ने लगभग 14 लाख रुपए का बिल जनपद पंचायत में लगाया था।
सूत्रों के अनुसार कुछ भुगतान उसे हो चुका है और एक बड़ी रकम अभी भुगतान के लिए बाकी है। वही जिस जनपद के ऊपर टॉप में टीन शेड लगाया गया था और जो कमरे का जीर्णोद्धार किया गया था। वह बरसात में पूरा पानी से भरा पड़ा मिला जिससे कर्मचारियों को कार्य करने में भी काफी परेशानी हुई। वही 14 लाख रुपए का कार्य करा कर कोई फायदा नहीं हुआ अब देखना यह है की लाखों रुपए का भ्रष्टाचार करने के उपरांत संबंधित अधिकारी के ऊपर क्या कार्यवाही होती है। वैसे जनपद में इस प्रकार के कई मामले सामने आए हैं और प्रमुखता से समाचार भी प्रकाशित हुए हैं लेकिन आज तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही ना होना समझ से परे है।