दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइंस कंपनियों से पायलटों और क्रू-मेंबर्स का उड़ान से पहले फिर से अलहोहल टेस्ट शुरू करने को कहा है। कोरोना महामारी को देखते हुए उसने इस साल 29 मार्च को ब्रीथ एनलाइजर (बीए) टेस्ट को बंद करने का आदेश दिया था। डीजीसीए ने अपने पूर्व के आदेश में संशोधन करते हुए नया आदेश जारी किया है
इसके अनुसार, पायलटों और क्रू-मेंबर्स के अलावा अन्य कर्मियों का टेस्ट नहीं होगा। इनके लिए पहले का आदेश प्रभावी रहेगा। उसने कहा है कि घरेलू उड़ान संचालन में पायलटों और क्रू-मेंबर्स में से 10 प्रतिशत को प्रतिदिन बीए टेस्ट से गुजरना चाहिए। वहीं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में प्रतिदिन सत-प्रतिशत टेस्ट होना चाहिए। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते अभी सिर्फ वंदेभारत मिशन के तहत ही अंतराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हैं।
गौरतलब है कि पिछले आदेश में कहा गया था कि विमानन क्षेत्र से जुड़े कर्मियों को यह वचन देना होगा कि वे शराब के प्रभाव में नहीं हैं और उन्होंने रिर्पोटिंग समय से 12 घंटों पहले तक शराब का सेवन नहीं किया है। साथ में यह चेतावनी भी दी गई थी कि यदि कíमयों द्वारा नियम का उल्लंघन किया जाता है, तो उनका लाइसेंस तीन साल के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।