जम्मू कश्मीर। जम्मू की तीन दिनों की यात्रा के आखिरी दिन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने राजौरी और पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) का दौरा किया। उन्होंने बल के सीमा रक्षा की अग्रिम पंक्ति में खड़े होने की बात दोहराते हुए कहा, ‘चीन और पाकिस्तान हमारे खिलाफ योजना बना रहे हैं।’
सेना के पास 744 किलोमीटर लंबी एलओसी की परिचालन कमान है लेकिन बीएसएफ को सेना की सहायता के लिए तैनात किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, ‘अपनी यात्रा के तीसरे दिन रविवार को बीएसएफ के महानिदेशक, राकेश अस्थाना ने पुंछ और राजौरी सेक्टर में विभिन्न रक्षा स्थानों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ एसएस पवार, एडीजी (डब्ल्यूसी) और बीएसएफ के आईजी, जम्मू फ्रंटियर, एनएस जामवाल थे।’
ऑपरेशनल तैयारियों और स्थिति के बारे में डीजी को डीआईजी राजौरी आईडी सिंह और एलओसी के फील्ड कमांडरों ने जानकारी दी। वर्चस्व बनाए रखते हुए सैनिकों द्वारा अपनाए गए उपायों की सराहना करते हुए महानिदेशक ने सुरक्षा चुनौतियों को अधिक प्रभावी ढंग से पूरा करने पर जोर दिया।
सभी सुरक्षा बलों के बीच उत्कृष्ट तालमेल को देखते हुए, महानिदेशक ने सभी रैंकों से अनुशासन और व्यावसायिकता के उच्च स्तर को बनाए रखने को कहा। उन्होंने जम्मू में बीएसएफ पलौरा कैंप में सैनिक सम्मेलन को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चूंकी पाकिस्तान और चीन भारत के खिलाफ योजना बना रहे हैं। ऐसे में सीमाओं की सुरक्षा के लिए बीएसएफ की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है।
प्रवक्ता ने डीजी के हवाले से कहा, ‘यह सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि हमारे दोनों पड़ोसी देश हमारे खिलाफ योजना बना रहे हैं। इसलिए हमारी भूमिका अब और महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि हम भारतीय रक्षा की पहली पंक्ति हैं।’ उन्होंने बीएसएफ जवानों की सराहना की जो विषम परिस्थितियों मे भी चौबीसों घंटे देश की सीमा की रक्षा करते हैं।