बलौदाबाजार। जिले के तहसील पलारी के ग्राम कोनारी में सरकारी उचित मूल्य की दुकान से लाये गए चावल में प्लास्टिक पाया गया है। चावल में प्लास्टिक मिलने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। आक्रोशित ग्रामीणों ने चावल सप्लाई मिलर्स पर सख्त करवाई करने की मांग की है।
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ग्रामीणों ने बताया की इससे पहले कई बार वह इस चार्वाक उपयोग भी कर चुके है। आज अचानक ही चावल साफ करने के दौरान प्लास्टिक के दानों पर नजर पड़ी। इस घटना की शिकायत जब गांव वालो ने सोसाइटी केंद्र कर्मचारी अशवनी रजक से की तो वह हड़बड़ा कर उच्च अधिकारियों से बात करने की बात कहने लगे। उसका कहना है की वह सिर्फ समान देने का काम करता है, चावल कहा से आता है, इसकी उसे कोई जानकारी नही है।
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सोचने वाली बात यह है कि इस तरह से जिले के नजाने कितने ही सोसाइटी उचित मूल्य केंद्रों में यह चावल भेजा जा चुका है। जिसका उपयोग लोग कर रहे है चावल में इस तरह प्लास्टिक पाया जाना एक बड़ा घोटाला सामने ला सकता है। आपको बता दे यह प्लास्टिक शरीर के लिए बहुत ही घातक है।
‘प्लास्टिक चावल’ से हो सकती है ये बीमारी
सफेद प्लास्टिक से बनने वाले इस चावल की एक कटोरी मात्रा, एक पॉलीथिन बैग के बराबर है। इस हिसाब से आप यह मानकर चलिए कि यदि आप एक कटोरी यह चावल खा रहें हैं, तो आप एक पॉलीथिन को अपने पेट में डाल रहे हैं।
एक शोध के अनुसार प्लास्टिक के बर्तन में रखे गरम भोज्य या पेय पदार्थों के सेवन से कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन इस चावल के रूप में आप पूरा का पूरा प्लास्टिक ग्रहण कर रहे हैं, जिससे कैंसर के साथ ही अन्य बीमारियों का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। और आपको खबर भी नहीं होती, कि आप इन बीमारियों की चपेट में आ चुके हैं।