बेमेतरा। ज़िले के तहसीलदार तार सिंह खरे के स्थानीय लोगों से अभद्र व्यवहार का मामला सामने आया है। एक अनुसूचित जाति के विकलांग व्यक्ति सुगंधदास बंजारे जो कि ग्राम धौराभाठा थाना साजा तहसील साजा में निवासरत है। उसने थाना में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई कि साजा के तहसीलदार अतिक्रमण हटवाने के लिए दलबल सहित उसके गांव पहुंचे और उसकी झोपड़ी को बिना सूचना दिए तोड़फोड़ शुरू कर दिया नहीं मानने पर सुगंधदास बंजारे की लात गुस्से से पिटाई कर दी। इस संबंध में सुगंध दास ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी किंतु रिपोर्ट में कार्यवाही ना होने पर जिले के पुलिस अधीक्षक एवं जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत भी प्रस्तुत की गई और अपने पर हुए प्रशासनिक अत्याचार मारपीट तथा अभद्र व्यवहार एवं गाली गलौज एवं धमकी देने वाले उक्त तहसीलदार के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है, और इसकी प्रतिलिपि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, क्षेत्र के मंत्री रविंद्र चौबे तथा वरिष्ठ अधिकारियों को भी की गई है ।
उल्लेखनीय है कि बरसात के वक्त शासन का स्पष्ट निर्देश है किसी भी गरीब की झोपड़ी अथवा उसके मकान को तोड़ा नहीं जाना है. इन निर्देशों का भी पालन न करते हुए साजा के तहसीलदार ने गरीब की झोपड़ी को तोड़ ही नहीं दिया बल्कि उस गरीब व्यक्ति की लात गुसे से पिटाई भी कर दी। इस घटना को लेकर साजा क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त देखने को मिल रहा है. अनुसूचित जाति के सदस्यों पर हुए अत्याचार की जमकर चर्चा चल रही है।
ज्ञात हो की बेमेतरा जिले के साजा तहसील अनुभाग में किसानों के साथ मारपीट अभद्र व्यवहार का सिलसिला थम नहीं रहा है। अभी विगत माह को ग्राम नवागांव में एक किसान को तत्कालिक तहसीलदार प्रफुल्ल रजक द्वारा मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया था, जिसमें ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा शिकायत को गंभीर मानकर साजा से मुक्त कर तहसीलदार का तबादला नानघाट कर दिया गया. इसी तरह साजा अनुभाग में एक फल वाले को वर्तमान एसडीएम आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा थाने में मारपीट कर करने के कारण पीड़ित व्यक्तियों के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मामले के तूल पकड़ने पर उक्त अधिकारी के द्वारा परिवार और सामाजिक लोगों को इकट्ठा कर और परिवारजनों से सुलहनामा कर लिया गया मामले को शांत भी कर दिया गया अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं।