रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में एक मासूम बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया गया। इसके बाद दरिंदों ने उस बच्ची का सिर तालाब में डुबोकर उसे मार डाला। बच्ची की लाश पुलिस ने एक खेत से बरामद की है। बच्ची शनिवार को उस वक्त अपने घर से लापता हो गई थी, जब वह कुछ सामान लेकर दुकान से लौट रही थी।
रतलाम जिले के एसपी गौरव तिवारी ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब शनिवार की शाम लड़की लापता हुई थी, तब तीनों आरोपियों को पास के इलाके में शराब पीते हुए देखा गया था। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने ये संगीन अपराध करने की बात कबूल कर ली।
मृतक बच्ची की उम्र 12 वर्ष थी। वह रतलाम में अपने घर से शनिवार की शाम लापता हो गई थी। वह उस वक्त कुछ सामान खरीदने के लिए पड़ोस की एक दुकान पर गई थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी पहचान गुज्जरवाड़ा निवासी कल्लू, दीपक और रवि कुमार के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी अशिक्षित हैं। वे जीविका चलाने के लिए मवेशी चराते हैं।
पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी पहले पीड़िता को एक खेत में ले गए। फिर उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। इसके बाद वे तीनों बच्ची को तालाब के पास ले गए और उसका सिर जबरदस्ती पानी में तब तक डुबोकर रखा, जब तक युवती ने प्राण ना त्याग दिया।
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि दरिंदगी का शिकार बनी बच्ची की लाश रविवार को सड़क से लगभग 200 मीटर की दूरी पर एक मक्के के खेत से बरामद की गई। वहीं कुछ दूरी पर उसकी चप्पलें और पड़ोस की दुकान से खरीदा गया सामान भी बरामद हुआ।
पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया कि पुलिस इसे दुर्लभ जघन्य अपराध मानकर चल रही है और इस केस में अगले 15 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। एसपी तिवारी ने दावा करते हुए कहा कि अगले छह महीनों में आरोपियों को सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी।
बच्ची के मरने की पुष्टि हो जाने के बाद, आरोपी उसकी लाश को खींचकर मक्के के खेत में ले गए और फिर लाश को वहां फेंककर मौके से फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक, तीनों आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए पहले से कोई योजना नहीं बनाई थी, लेकिन लड़की को अकेला पाकर उन्होंने उसे अगवा कर लिया।