रायपुर। कोटा स्थित संजीवनी वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के साथ केक काटकर , समय बिताकर आज शहर की समाज सेवी संस्था ज़िन्दगीं ना मिलेगी दोबारा के सदस्यो ने अपना तीसरा स्थापना दिवस मनाया।समूचे विश्व मे फैली कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर आज टीम ज़िंदगी के 5 सदस्यों ने सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करते हुवे, संजीवनी पहुँच कर बुजुर्गों के साथ समय बिताया ,उन्हें अपने हाथों से खीर खिलाया और सुमधर गीत संगीत हास परिहास के बीच खुशनुमा माहौल में उनका दुःख बांटने की कोशिश की।
संस्था की संस्थापक अध्यक्षा सुषमा तिवारी ने बताया कि शहर में लगातार वर्षभर अपने अनूठे सेवा कार्यों से अपनी एक विशिष्ठ पहचान बना चुकी संस्था ज़िन्दगीं ना मिलेगी दोबारा ने कोरोना वैष्विक महामारी के मद्देनजर इस वर्ष अपने स्थापना दिवस को सादे समारोह के रूप में संजीवनी वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के साथ समय बिताकर मनाया। ज्ञातव्य है कि गत वर्ष संस्था ने वृंदावन हॉल में प्रदेश के संस्कृति मन्त्री अमरजीत भगत की उपस्थिति में अपना तीसरा स्थापना दिवस मनाया था जिस्में देहदान दाता परिवार, नेत्रदान दाता परिवार और रक्तदान दाताओं को सम्मानित किया गया था।
आज आयोजित कार्यक्रम में संस्था के संरक्षक अजय शर्मा,सुषमा तिवारी,अनिता शॉकार, बिहारी लाल शर्मा, सन्तोष साहू उपस्थित रहे।