नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण काल में परीक्षा कराए जाने को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को संशोधित मानक संचालन प्रक्रिया यानी एसओपी जारी की। बता दें कि पिछले हफ्ते परीक्षा के लिए गाइडलाइंस जारी की गई थीं जिनमें अब कुछ संशोधन किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी गाइडलाइंस में परीक्षा केंद्र पर पहुंचने से लेकर परीक्षा कराने तक का तरीका बताया है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक, परीक्षा केंद्रों में दो लोगों की सीट के बीच छह फीट की दूसरी होनी जरूरी है। सभी परीक्षार्थियों को फेसमास्क लगाना जरूरी होगा। परीक्षा केंद्र में दाखिल होने के बाद थूकने पर पाबंदी होगी।
सभी के पास आरोग्य सेतु ऐप होना जरूरी होगा। परीक्षा नियंत्रक सोशल डिस्टेंस्टिंग के नियम की जांच करेंगे। ऑनलाइन परीक्षा के बाद कंप्यूटर, माउस, की-बोर्ड, डेस्क को सैनिटाइज करना जरूरी होगा।
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर बड़ी संख्या में छात्र और उनके अभिभावक आते हैं। परीक्षा से जुड़े अन्य लोगों को भी लगातार वहां उपस्थित रहना होता है। इसलिए परीक्षा के आयोजन के दौरान सुरक्षा के मानकों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
मंत्रालय के दिशानिर्देशों में शारीरिक दूरी, मास्क लगाने के साथ ही समय-समय पर हाथ धोने और अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल की बात कही गई है।
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इसमें सभी को छींकते-खांसते समय मुंह ढकने, अपनी सेहत पर नजर रखने और यहां-वहां नहीं थूकने का भी निर्देश दिया गया है। कंटेनमेंट जोन के परीक्षार्थियों की परीक्षा के लिए विश्वविद्यालयों, शिक्षण संस्थानों और परीक्षा एजेंसियों को अन्य विकल्पों पर विचार को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि परीक्षा केंद्र में इतनी जगह होनी चाहिए कि परीक्षार्थियों के बीच शारीरिक दूरी के प्रावधान का पालन किया जा सके।
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कॉपी बांटने-गिनने में न यूज करें थूक
शीटों की गिनती या उन्हें बांटने के लिए किसी भी तरह थूक / लार के उपयोग की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा व्यक्तिगत सामान / स्टेशनरी साझा करने की अनुमति नहीं होगी। ऑनलाइन / कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए, परीक्षा से पहले और बाद में अल्कोहल वाइप्स का उपयोग करके सिस्टम को कीटाणुरहित किया जाएगा।
नीट परीक्षा के एडमिट कार्ड में इस साल कुछ बदलाव किए गए हैं। बता दें कि इस साल एडमिट कार्ड में सोशल डिस्टेंसिंग और COVID-19 से संबंधित अन्य गाइडलाइन दर्ज होंगी। इसके अलावा उनके एडमिट कार्ड पर ही परीक्षा केंद्रों पर रिपोर्टिंग करने का टाइम स्लॉट भी दिया जा रहा है ताकि वो अपने स्लॉट के अनुसार प्रवेश करें।
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बता दें कि NEET Exam को लेकर देशभर से छात्रों ने सरकार से मांग की थी परीक्षा को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया जाए, लेकिन सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला। सुप्रीम कोर्ट में भी डाली गई याचिका के बाद कोर्ट ने सरकार के फैसले को हरी झंडी दी थी।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा था कि परीक्षा तय समय पर होगी। तारीखों में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा। सरकार जानती है कि परीक्षा का आयोजन कोरोना संकट के बीच किया जा रहा है। ऐसे में परीक्षा केंद्र पर सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा। क्योंकि हमारे लिए हर छात्र की सेहत महत्वपूर्ण है।
SOP के अनुसार पेन और पेपर आधारित परीक्षणों के लिए, प्रश्न-पत्र / उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण से पहले इनविजिलेटर अपने हाथों को सैनिटाइज करेंगे। इसके अलावा परीक्षार्थी भी आंसर शीट या क्वेश्चन पेपर प्राप्त करने से पहले अपने हाथों को साफ करेंगे और उन्हें वापस पर्यवेक्षकों को सौंपने से पहले भी सैनिटाइज करेंगे।
72 घंटे बाद खुलेंगी आंसर शीट
हर स्तर पर उत्तर पुस्तिकाओं के संग्रह और पैकिंग में हैंड सैनिटाइज करना जरूरी किया गया है। उत्तर पुस्तिकाओं को जमा कराने के 72 घंटे के बाद ही खोलने की अनुमति होगी।