नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी रविवार देर रात हुई। पुलिस को पिछले साल दिल्ली में हुए खूनी दंगे में उमर की तलाश थी। पुलिस ने दंगे से जुड़े एक अन्य मामले में उमर के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (निषेध) कानून (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने भी दंगे के पीछे कथित साजिश के मामले में उमर से पूछताछ की थी। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया था।
सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान फैली थी हिंसा
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोधी और समर्थकों के बीच हिंसा के बाद 24 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हुई थी जबकि 200 के करीब घायल हुए थे। इस मामले में हाल ही में कई बड़े नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस मे चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें सीताराम येचुरी तक का नाम शामिल है।
आज कोर्ट में किया जाएगा पेश
उमर खालिद के ऊपर दिल्ली पुलिस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के आने से पहले भड़काऊ भाषण देने के आरोप भी चार्जशीट में लगाए हैं। इसके अलावा गिरफ्तारी के पीछे दिल्ली दंगों के आरोपियों के साथ हुई बातचीत के कॉल रिकॉर्ड, बैठकों के सबूतों के आधार पर उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया। 11 घंटे की पूछताछ के बाद हुई गिरफ्तारी। आज उमर खालिद को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
UAPA के तहत हुई गिरफ्तारी
उमर खालिद की गिरफ्तारी अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट यानी यूएपीए के तहत हुई है। बता दें कि इससे पहले भी उमर खालिद के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि निषेध कानून के तहत एक मामला दर्ज किया जा चुका है। उमर खालिद साल 2016 में उस समय चर्चा में आ गए थे जब जेएनयू में हुई कथित देशविरोधी नारेबाजी में उनका नाम कन्हैया कुमार के साथ देशद्रोह के मामले में सामने आया था।