रायपुर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति ने ना केवल राज्य के लोगों, बल्कि भूपेश सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है। सितम्बर की शुरूआत से प्रतिदिन मिलने वाले संक्रमितों की तादाद में इजाफा हो रहा है, तो मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आलम यह है कि अब प्रतिदिन 3 हजार से ज्यादा संक्रमित मिलने लगे हैं, तो मौतों का आंकड़ा प्रतिदिन 20 के आसपास ही नजर आ रहा है।
इस बीच प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि प्रदेश में टेस्ट की संख्या में इजाफा हुआ है, इस वजह से संक्रमितों की संख्या तेजी से सामने आ रही है। वहीं उनका यह भी कहना है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ में कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता हासिल होगी और राज्य को कोरोना मुक्त भी कर लिया जाएगा।
उनके इस बयान से यह बात जाहिर होती है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का सही मायने में समय पर जांच ही नहीं हो पा रहा है, अब जांच का दायरा बढ़ा तो मरीजों की संख्या बढ़कर सामने आने लगी है, जिसका तात्पर्य यह है कि इतनी बड़ी तादाद में लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन जांच नहीं होने की वजह से लोगों को पता ही नहीं चल रहा है कि वे संक्रमित हैं, जिसकी वजह से आपस में मेलजोल जारी है, और दूसरे लोग संक्रमण की जाल में फंसते चले जा रहे हैं।
बहरहाल ताजा हालात की बात की जाए तो इस वक्त प्रदेश में करीब 73 हजार मरीज संक्रमित हुए हैं, जिसमें 37450 लोग अस्पतालों, घरों में उपचारित किए जा रहे हैं। इस दौरान 611 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की राजधानी रायपुर की स्थिति भयावह बनी हुई है। यहां पर अब तक 24 हजार से ज्यादा संक्रमित हो चुके हैं, तो वर्तमान में 12 हजार से ज्यादा लोग कोरोना के साथ संघर्षरत हैं, जबकि 288 लोगों की मौत हो चुकी है।