कोरोना मरीजों से जुड़े आपने कई केस देखे सुने होंगे लेकिन जो केस हम आपको बताने जा रहे हैं वो बेहद ही अनोखा है। दरअसल मुंबई में रहने वाले मनीष मिश्रा में अपने पत्नी के पास फोन किया और उन्हें बताया कि उन्हे कोरोना हो गया है। वो एक टेस्टिंग लैब के पास है और नहीं बचेगा। क्योंकि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके बाद पत्नी डर गई और पति का हाल चाल लेकर उसे ढांढस बंधाने लगी। इसी बीच पति का फोन स्वीच ऑफ हो गया। लाख कोशिश के बाद भी पति का फोन नहीं लगा। इसके बाद पत्नी ने पति का इंतजार किया और तीन दिन तक कॉल नहीं आने पर पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की। पुलिस ने जब तलाश शुरु की तो महिला के पति की बाइक मुंबई के वाशी इलाके में मिली।
मोबाइल लोकेशन से शुरु हुई तलाश
पुलिस ने मोबाइल लोकेशन, आसपास लगे सीसीटीवी के सहारे जांच आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कोरोना संक्रमण का टेस्ट करने वाले सभी लैब से पॉजिटिव पाए गए लोगों के नाम निकाले गए उसमें भी कहीं मनीष का नाम नहीं था। कहीं उसने आत्महत्या तो नहीं कर ली इस आशंका में समुद्र और खाड़ियों में भी नाव के सहारे तलाश करने की कोशिश की गई।
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तभी मिला मनीष का सुराग
इस बीच पुलिस को पता चला कि एक महिला और एक शख्स ने उसी इलाके के आसपास से एक कार किराए पर ली थी जिससे वे मध्य प्रदेश की ओर गए थे। इसके बाद पुलिस कार किराए पर देने वाली कंपनी तक पहुंची और जिस शख्स ने उस कार को किराए पर लिया था । उसकी जानकारी हासिल की। इस बीच पुलिस को यह भी पता चला कि कार लेने वाले व्यक्ति के किसी महिला के साथ अनैतिक संबंध भी थे। इसके बाद पुलिस को जल्द ही कार लेने वाले और उसके प्रेमिका से जुड़ी काफी जानकारी मिल गई। कार ट्रैस करके पुलिस की टीम मध्यप्रदेश के इंदौर के भवरकुंवा पहुंची जहां कार वाला शख्स अपनी प्रेमिका के साथ रह रहा था। दरवाजा खटखटाने पर जिस व्यक्ति ने दरवाजा खोला वो मनीष था। जिसे पुलिस वापस नवी मुंबई लेकर आ गई।