रायपुर। राजधानी में कोरोना संक्रमण की वजह से हाहाकार मचा हुआ है, इस बीच लापरवाही की इंतहा सामने आ रही है। पुरानी बस्ती पंकज गार्डन के पास निवासरत एक परिवार जिसके चार सदस्य पहले से ही पाॅजिटिव थे, उन्होंने एक तो अपनी जानकारी छिपाई। वहीं पिता को उपचार के लिए अस्पताल तक ले गया, उसके बाद पिता की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार की तैयारी भी खुलेतौर पर किया गया। इसकी सूचना के बाद निगम अमला सकते में आया और आनन-फानन में मृतक के लिए पीपीई किट का इंतजाम किया गया।
मिल रही जानकारी के मुताबिक पंकज गार्डन, पुरानी बस्ती निवासी सोनी परिवार के चार सदस्य कोरोना पाॅजिटिव निकले हैं। चैंकाने वाली बात यह है कि इस परिवार के सभी पाॅजिटिव सदस्य घर पर ही थे, वहीं उनके बुजुर्ग माता-पिता भी उसी घर में निवासरत हैं। निगम अमले ने घर के बाहर सतर्कता के लिए पोस्टर चस्पा किया था, जिसे भी सोनी परिवार ने फाड़कर फेंक दिया।
इस बीच घर के सदस्य लोगों से मेल-मुलाकात करते रहे, बाजार से सामान लाया गया, शराब दुकान तक पहुंचते देखा गया। वहीं जब पिता की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें एक आॅटो में बगैर किसी सुरक्षा मानक का ध्यान रखते हुए अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनकी मौत हो गई, तो अस्पताल प्रबंधन ने वापस घर छोड़ दिया। इसके बाद उनकी मौत की सूचना अपने परिजनों को देकर अंतिम यात्रा में बुलाने तक की कसर इस परिवार ने नहीं छोड़ी।
इसकी सूचना जब निगम अमले को दी गई, तब सकते में आया निगम अमला तत्काल पीपीई किट पहुंचाने उनके घर पर पहुंचा और सुरक्षा मानकों का ध्यान रखने की हिदायत के साथ चलता बना। इतने पर भी इस परिवार की चेतना नहीं जागी और लोगों के आने का क्रम जारी रहा, जबकि आने वालों को भी इस बात की भनक नहीं थी, कि परिवार कोरोना की चपेट में है।
और की जान डाली मुसीबत में
बड़ी लापरवाही कही जाए या फिर जानबूझकर इस परिवार ने अपने साथ बड़ी संख्या में लोगों को मुसीबत में धकेल दिया है। पिता के इलाज के लिए जिस डाॅक्टर को दिखाया गया, उन्हें भी खुद के पाॅजिटिव होने की जानकारी नहीं दी गई, इसके अलावा पांच दिनों से बाजार, दुकान सहित अन्य लोगों से भी मुलाकात का सिलसिला जारी था।
कानून तोड़ा, भुगतनी होगी सजा
इस मामले में निगम अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य का कहना है कि इस महामारी की चपेट में आने के बाद सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर लोगों को मुसीबत में डालने वाले इस परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।