रायपुर । प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की घोषणा के अनुरूप अतिथि शिक्षक (विद्या मितान) नियमितीकरण की राह ताक रहे पर हैं। पर अब तक यह संभव नहीं हो पाया है। जिसको लेकर लंबे समय से प्रदेश के अतिथि शिक्षक नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। परिणामस्वरूप राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल में नियमितीकरण की मांग को लेकर सरकार कर खिलाफ विद्या मितान अतिथि शिक्षकों भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। जहाँ एक ओर कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, उसके बावजूद अपनी जान की परवाह किये बिना विद्या मितान शिक्षक नियमितीकरण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर है। भूख हड़ताल में विद्या मितान शिक्षक हाथों में रोटी, बैनर पोस्टर और नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर परमानेंट करने की मांग सरकार से कर रहे है। इस हड़ताल में प्रदेश की विभिन्न जिलों से विद्या मितान के हज़ारों शिक्षक एकत्रित होकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
विद्या मितान कल्याण संघ छत्तीसगढ़ की ओर से यह साफ चेतावनी जारी की गई है कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वह लॉकडाउन के दौरान भी धरने पर बैठे रहेंगे। ज्ञात हो कि राजधानी रायपुर में 21 सितंबर की रात 9 बजे से लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है जो 28 सितंबर तक सक्रिय रहेगा। रविवार को भी राजधानी के धरना स्थल बुढ़ा तालाब में प्रदेश के सभी संभागों से भारी संख्या में प्रदर्शनकारी शामिल हुए और वादे के अनुसार सरकार से नियमित करने की मांग बुलंद की।
छत्तीसगढ़ विद्या मितान कल्याण संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र दास वैष्णव ने कहा, कांग्रेस ने घोषणा पत्र में स्पष्ट तौर पर कहा था कि जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी उसके 10 दिन के भीतर हम आपका नियमितीकरण करेंगे। आज सरकार बने काफी समय हो चुके हैं और डेढ़ साल से 300 लोग वंचित हैं और 7 महीने से कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं।
उन्होंने कहा, कोरोना काल में कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं। दवाई के लिए भी उनके पास पैसे नहीं थे जो भूखे मर रहे हैं उसके बारे में सरकार को किसी तरह की चिंता नहीं है। संघ अध्यक्ष धर्मेंद्र दास वैष्णव ने चेतावनी दी है कि मांगों पर अमल नहीं किया गया तो लॉकडाउन में भी धरना जारी रखेंगे।
देखे प्रदर्सन का वीडियो
https://youtu.be/lj8NfcDrq3c
कल शव यात्रा निकाल करेंगे प्रदर्सन
आज भूख हड़ताल करने के बाद कल विद्या मितान शव यात्रा निकाल कर प्रदर्शन करेंगे। उनका कहना है की हमारे कई ऐसे मित्र हैं जिनका देहावसान हो चुका है। उसे सरकार गांव में देख नहीं सकती इसलिए उनके देहावसान सरकार को दिखाने के लिए कल हम शव यात्रा निकाल रहे हैं।