रायपुर। छत्तीसगढ़ बस कर्मचारी कल्याण समिति अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्षरत है। बस मालिकों से लेकर राज्य सरकार तक को अपनी समस्याओं और मांगो से अवगत करा चुके हैं, बावजूद इसके अभी तक सरकार की ओर से उनकी मांगों पर कोई पहल नहीं कि गई है। ऐसे में अब बस कर्मचारी संघ आर या पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है। आज प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित कर संघ ने यह रणनीति बनाई है।
कोरोना काल में जन जीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। बाजार खुलने लगे हैं, लेकिन प्रदेश भर के बस कर्मचारियों, कंडेक्टर, ड्राइवरों को उनका मेहताना नहीं मिल पाया है। राज्य सरकार से लगातार मांग के बाद भी कोरोना काल में उन्हें कोई राहत नहीं मिली है। इसके चलते इन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, सीधे उनकी जेब पर असर पड़ रहा है।
बस कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि बस संचालकों और शासन के बीच प्रदेश भर के कर्मचारी पीस रही है। बस कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और शासन ने अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में कर्मचारी संघ ने मुआवजे की मांग को लेकर लॉक डाउन के बाद उग्र आंदोलन की तैयारी में है। आज प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित कर संघ ने यह रणनीति बनाई है। जिसमें सभी जिलों से प्रतिनिधि मंडल शामिल हुए।