नयी दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के पहले वर्ष के सत्र शुरू होने की घोषणा कर दी है. इसके अनुसार सभी विश्वविद्यालय 31 अक्टूबर तक एडमिशन की प्रक्रिया पूरी कर लेंगे. इसके अगले ही दिन एक नवंबर से यूजी और पीजी फर्स्ट इयर के लिए कॉलेज कैंपस खोले जाएंगे.
इस साल कोरोना संक्रमण के चलते देश भर में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई थी. जिसके बाद कॉलेजों और स्कूलों को बंद कर दिया गया था. सीबीएसई ने दसवीं और 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाएं भी आयोजित नहीं कीं, जिसमें छात्रों को पूर्व प्रदर्शन के आधार पर बचे हुए विषयों में नंबर दिए गए.
इसके अलावा इस साल कॉलेजों के दाखिले भी काफी लेट हुए हैं. छात्र अभी तक असमंजस में थे कि एडमिशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद वो कॉलेज इस साल जा पाएंगे भी या नहीं. लेकिन सरकार ने विश्वविद्यालयों को कोरोना प्रोटोकॉल और हेल्थ मिनिस्ट्री की गाइडलाइन का पालन करते हुए कॉलेज कैंपस खोलने को कहा है. शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यूजीसी से सलाह के बाद ये फैसला लिया गया है.
In view of the COVID-19 pandemic, the Commission has accepted the Report of the Committee and approved the @ugc_india Guidelines on Academic Calendar for the First Year of Under-Graduate and Post-Graduate Students of the Universities for the Session 2020-21.
Suggested calendar👇 pic.twitter.com/JPYNhiWb0k
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank ( Modi Ka Parivar) (@DrRPNishank) September 22, 2020
इस साल कोरोना संक्रमण के चलते देश भर में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई थी. जिसके बाद कॉलेजों और स्कूलों को बंद कर दिया गया था. सीबीएसई ने दसवीं और 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाएं भी आयोजित नहीं कीं, जिसमें छात्रों को पूर्व प्रदर्शन के आधार पर बचे हुए विषयों में नंबर दिए गए.
इसके अलावा इस साल कॉलेजों के दाखिले भी काफी लेट हुए हैं. छात्र अभी तक असमंजस में थे कि एडमिशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद वो कॉलेज इस साल जा पाएंगे भी या नहीं. लेकिन सरकार ने विश्वविद्यालयों को कोरोना प्रोटोकॉल और हेल्थ मिनिस्ट्री की गाइडलाइन का पालन करते हुए कॉलेज कैंपस खोलने को कहा है. शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यूजीसी से सलाह के बाद ये फैसला लिया गया है.
बता दें कि स्कूल और कॉलेजों को खोलने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय पहले ही गाइडलाइन जारी कर चुका है. इसके अनुसार कैंपस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना सबसे जरूरी है. इसके अलावा कैंपस में मास्क पहनना भी अनिवार्य होगा. स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार कंटेनमेंट जोन के छात्र अभी कॉलेज या स्कूल ज्वाइन नहीं कर सकते.
कोरोना के कहर ने लोगों की लाइफस्टाइल पर बड़ा असर डाला है. साथ ही इसने बच्चों और टीनएजर्स की जिंदगी को भी प्रभावित किया है. कभी कॉलेज कैंपस जाने का क्रेज अब कोरोना के भय से काफी कम दिख रहा है. इसके अलावा कैंपस भी अब पहले जैसे नहीं रहेंगे. यहां क्लासरूम में बैठने से लेकर मेस, लाइब्रेरी, हॉस्टल और कैंटीन तक के लिए नियम बदल गए हैं. अब यूनिवर्सिटी या कॉलेज कैंपस के नये सत्रों में भले ही आपके लिए यूनिफॉर्म नहीं है, लेकिन मास्क जरूरी होगा. कैंपस में पढ़ने जाने वाले छात्राें के लिए ये नियम कठोरता से लागू होंगे.