रायपुर। बीते तीन दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर जारी एनएचएम के अंतर्गत स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल लगातार तेज होती जा रही है। आलम यह है कि उन्होंने अब सामूहिक इस्तीफे का भी मन बना लिया है। कोरोना संक्रमणकाल में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों की इस हरकत पर भूपेश सरकार की नाराजगी देखने में आई है। सरकार ने सख्त रवैया अख्तियार करते हुए हड़तालियों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई का मन बना लिया है।
बता दें कि इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सभी एनएचएम संविदा कर्मियों को जिद छोड़कर अपने काम में लौटने की अपील की थी। साथ ही उनकी मांग पर सही समय पर निर्णय लेने की बात कही है, लेकिन मंत्री के आश्वासन के बावजूद एनएचएम कर्मियों ने हड़ताल वापस नहीं लिया और मांग पर अड़े हुए हैं।
बहरहाल राज्य सरकार ने एनएचएम संविदा कर्मियों के स्थान पर सभी जिलों के कलेक्टरों को वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए हैं, साथ ही हड़ताल पर डटे कर्मचारियों को बर्खास्त किए जाने की चेतावनी दी गई है। देखना होगा कि दोनों ओर से जारी रार के बीच आखिर परिणाम क्या निकलता है।