कोंडगांव। खुबसूरत लड़कियों से दोस्ती हो जाए, उनका साथ मिले, उनसे बात होती रहे, मुलाकातें हों और उनकी मन की हर इच्छा पूरी हो जाए… भला कौन युवा नहीं चाहेगा। पर उनकी यही चाहत, कितनी बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है, इसका अंदेशा भी नहीं होता है। कुछ ऐसा ही वाक्या कोंडागांव निवासी एक आमी जवान के साथ हुआ। उसे दो शातिरों ने खुबसूरत महिला मित्र के झांसे में लिया और 12 लाख रुपए ठग लिए। हालांकि इस मामले में पुलिस की सक्रियता के चलते इन शातिरों को हिरासत में ले लिया गया है।
पुलिस ने इस मामले में पश्चिम बंगाल के मेदिनापुर से दो युवकों को पकड़ा है। आर्मी जवान को इन ठगों ने लड़कियों से दोस्ती करवाने, गर्ल फ्रैंड बनवाने जैसी बातों के झांसे में लेकर अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर करवा ली। करीब 8 दिनों तक पुलिस की टीम बंगाल में रहकर इन ठगों की तलाश में थी। जिले के एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि यह ठगी का गैंग बंगाल से ऑपरेट हो रहा था।
इन लोगों ने अपना एक ऑफिस खोल रखा था, जो किसी प्रोफेशन कॉल सेंटर की तहत काम करता था। आरोपी फीमेल फ्रैंडशिप क्लब चला रहा थे, इन्होंने लोगों को झांसे में लेने के लिए लड़कियों को काम पर भी रखा था। यह युवतियां लोगों से बातें कर उन्हें फंसाने का काम करती थीं। ठगों के पास से 40 एटीएम कार्ड, 24 मोबाइल, 2 लैपटॉप और ठगी के रुपए भी बरामद किए गए हैं। यह जिले में सबसे बड़ा मामला है। मैं जनता से अपील करता हूं कि मोबाइल फोन पर प्राइज जीतने, रुपए डबल करने, युवतियों से मिलवाने का झांसा देकर लोग ठगी ही करते हैं, ऐसे लोगों की बातों में ना आएं।
यह था उनके ठगी का तरीका
पुलिस ने मेदिनापुर के रहने वाले संधी शंकर बारीक, जीवन कृष्ण सिंघा को पकड़ा है। इनके खिलाफ भारतीय सेना में तैनात जवान प्रभु राम मरकाम ने डेटिंग सर्विस के नाम पर धोखाधड़ी कर अलग-अलग किश्तों में बारह लाख रुपये ठगने की शिकायत दर्ज करवाई थी। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि जिन लड़कियों को उन्होंने काम पर रखा था उन्हें लोगों को बातों में फंसाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। लड़कियां लोगों से कहती थीं कि वो प्यार करेंगी, शादी करेंगी, कभी युवतियां कॉलेज की फीस तो कभी लड़कियों के क्लब में मेंबर बनने के नाम पर रजिस्ट्रेशन के पैसे नाम पर रुपए मांगा करती थीं। लोगों से युवतियां अकाउंट की डीटेल भी मांग लिया करती थीं, बाद में लोगों के खाते से रुपए निकाल लिए जाते थे।