रायपुर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कन्हैयालाल अग्रवाल का निधन हो गया। सोमवार देर रात को उन्होंने एम्स रायपुर में अंतिम सांस ली। बता दें कि वे राजनांदगांव में जन-आंदोलनों के पुरोधा थे। प्रगतिशील लेखक संघ, भारतीय जन नाट्य संघ और अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन से अंतिम समय तक जुड़े हुए थे। पिछले साल 20 अगस्त को उनके सौवें जन्मदिन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य अतिथि में उनका नागरिक अभिनंदन किया गया था। इस साल 3 जनवरी को रायपुर में आयोजित एप्सो के राष्ट्रीय सम्मेलन में भी सम्मानित किया गया था।
एम्स डॉरेक्टर डॉ एम नितिन एम नागलकर ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अग्रवाल को कोरोना संक्रमण के साथ निमोनिया भी था। आज इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अग्रवाल 100 साल के थे, जब एम्स इलाज के लिए पहुंचे थे। पहले उन्हे वार्ड में रखा गया था। उसके बाद स्थिति बिगड़ने पर आईसीएयू में रखा गया था, आज उनका निधन हो गया।
मुख्यमंत्री ने जताया दुःख
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कन्हैयालाल अग्रवाल के निधन पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और अनेक जनांदोलनों के पुरोधा कन्हैया लाल अग्रवाल के निधन का दुःखद समाचार मिला। वे असंख्य लोगों के लिये प्रेरणा स्रोत थे। उनका जाना छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और अनेक जनांदोलनों के पुरोधा कन्हैया लाल अग्रवाल जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। वे असंख्य लोगों के लिये प्रेरणा स्रोत थे। उनका जाना छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। pic.twitter.com/pxzvuMpM3I
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 22, 2020