तिल्दा में एल्डरमैन की नियुक्ति को लेकर सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में एल्डरमैन की सूची देखने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता खुद हैरान है। क्योंकि जिन उम्मीदवारों को निकाय चुनाव में बुरी तरह से हार मिली है उन्हें फूलों का ताज सजाकर दे दिया गया है। कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ताओं की माने तो निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने से पार्टी को नुकसान हो सकता है। तिल्दा में राहुल तेजवानी, स्वेजा परवीन,दिलीप देवांगन, किसान नेता शरद वर्मा और संजय दुबे को एल्डरमैन बनाया गया है। जिनकी नियुक्तियों को लेकर अब जमीनी कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है।
जानिए, यह अधिकार होते हैं एक एल्डरमैन के पास
एल्डरमैन को पार्षदों के विशेष परिस्थितियों में परिषद की बैठक में मत देने के अधिकारों को छोड़कर चुने हुए पार्षद के सारे अधिकार प्राप्त होते हैं। हालांकि, पार्षदों का कामकाज का क्षेत्र तय होता है, लेकिन एल्डरमैन पूरे शहर में काम करा सकते हैं। पार्षदों की ही तरह एल्डरमैन को भी वार्ड विकास के लिए निधि मिलती है।
POLITICS-इस निकाय में एल्डरमैन की नियुक्ति पर नाराजगी, जमीनी कार्यकर्ता असंतुष्ट,उठे विरोध के सुर
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