मुंगेली जिला मुख्यालय के सभी पटवारियों ने 14 दिनों तक होम आईसोलेशन में जाने का फैसला लिया है। पटवारियों का आरोप है कि उन्होंने कोविड काल के दौरान अपनी जान की परवाह ना करते हुए अपनी सेवाएं दी हैं। लेकिन सरकार ने ना तो उनकी सुध ली और न ही स्वास्थ्य के लिए कोई सुविधा दी।मुंगेली जिले के सभी पटवारी 22 तारीख से 14 दिनों के होम आईसोलेशन में है। पटवारियों का आरोप है कि कोविड के दौरान उन्होंने सरकार के हर आदेश का पालन किया। जान जोखिम में डालकर राजस्व से जुड़े काम किए लेकिन सरकार ने ना तो उनका सम्मान किया और न ही सरकार ने किसी तरह का कोई सुरक्षा कवच दिया। होम क्वारेंटाइन में जाने से पहले जिला पटवारी संघ ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर अपने निर्णय से अवगत करा दिया था।
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कलेक्टर का जवाब
”वहीं कलेक्टर ने पटवारियों के निर्णय पर साफ कह दिया है कि होम आइसोलेशन में जाने का कोई मतलब नहीं है । नो वर्क नो पे समेत अन्य वैधानिक नियमों के तहत पटवारियों के लिए कार्रवाई होगी।”
पीएस एल्मा, कलेक्टर
पटवारियों के होम आइसोलेशन में चले जाने के बाद किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं पटवारियों ने इस बार 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा की मांग भी शासन से की है। लिहाजा अब देखना ये होगा कि शासन पटवारियों की बात मानता है या नहीं।