रायपुर। राजधानी का एक प्रतिष्ठित सितारा होटल जोन बाय द पार्क को लेकर अफवाह बड़ी तेजी से फैलाई गई थी, कि कलश परिवार का मालिकाना हक समाप्त हो चुका है और एनसीएलटी के माध्यम से इसकी नीलामी होने जा रही। इसके साथ ही इस बात की भी चर्चा जोरों पर थी कि प्रदेश के कथित एक कद्दावर नेता का अब इस होटल पर मालिकाना हक होगा। दरअसल यह एक साजिश का हिस्सा था, लेकिन कलश परिवार ने इसे नाकाम करते हुए अपने मालिकाना हक को यथावत रखा है और एनसीएलटी ने कलश परिवार के हक में फैसला दिया है।
इन अफवाहों को लेकर ग्रेंड न्यूज ने कलश परिवार के प्रमुख और होटल जोन बाय द पार्क के मालिक प्रकाश कलश से चर्चा की, तो हकीकत सामने आया। उन्होंने बताया कि उनके होटल को कम कीमत पर खरीदने की कोशिश हुई, जिससे उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बाद प्रदेश के एक कथित कद्दावर नेता ने बैंक अधिकारियों से मिलीभगत कर ली और एनसीएलटी के समक्ष फर्जी साक्ष्य पेश करते हुए उन्हें गुमराह करने की साजिश रची।
प्रकाश कलश ने बताया कि उन्हें जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने एनसीएलटी के समक्ष अपने मजबूत दावों को पेश किया और हकीकत से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि करीब 6 माह तक मामला एनसीएलटी में विचाराधीन था, जिसके बाद अब जाकर फैसला आया है, जो कलश परिवार के हक में है। प्रकाश कलश ने बताया कि जल्द ही एक बार फिर वे और उनका होटल अपनी सेवाएं देगा।
80 करोड़ की संपत्ति…18 करोड़ में सौदा
होटल जोन बाय द पार्क के मालिक प्रकाश कलश में चर्चा के दौरान बताया कि उनकी यह संपत्ति करीब 80 करोड़ की है, जिसे बैंक के अधिकारियों से सांठगांठ कर 18 करोड़ में सौदा करने की तैयारी कर ली गई थी, लेकिन एनसीएलटी के पास विचाराधीन होने की वजह से साजिशकर्ताओं की पूरी योजना बेकार हो गई।