रायपुर। देश को अंत्योदय व एकात्म मानव दर्शन देने वाले, जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने निवास पर पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उनकी सेवा भावना को याद किया। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर भाजपाजनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का सम्बोधन सुना।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने अपने राजधानी रायपुर स्थित निवास पर पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जी का पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित था। वे शुचिता और सरलता के प्रतीक थे। राष्ट्रवाद और अंतयोदय की जो अलख पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने जगायी, आज भाजपा उसी के आलोक में श्रेष्ठ भारत के निर्माण में लगी है। पंडित जी के इन्हीं विचार पर पार्टी की सरकारें काम कर रही हैं।
राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने अपने दिल्ली स्थित निवास पर पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय हमारे आदर्श हैं, वो बेहद साधारण जीवन जीने वाले नेता थे। उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए भाजपा के कार्यकर्ता तन-मन और समर्पण भाव से देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
संगठन महामंत्री पवन साय ने भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया और श्रद्धांजलि दी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का उद्बोधन भी भाजपा प्रदेश कार्यालय में सुना।
रायपुर लोकसभा सांसद सुनील सोनी ने पं. दीनदयाल उपाध्याय को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित कर कहा कि एकात्म मानववाद और अंत्योदय के प्रणेता पंडित जी का जीवन एक संदेश है। प्रत्येक कार्यकर्ता उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकता है। उनके विचारों में ‘मुझे क्या मिला’ नहीं बल्कि ‘मैने राष्ट्र के प्रति क्या समर्पित किया’ मुख्य है।
विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पं. दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित करते कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक प्रखर राष्ट्रवादी विचारक थे। उन्होंने अपने विचारों व कर्तव्य निष्ठा से भारतीय राजनीति में अद्वितीय आदर्श स्थापित किया। उन्होंने देश को अंत्योदय व एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा देने का काम किया है। पंडित जी का संपूर्ण जीवन देश की संस्कृति और देश की अखंडता के लिए समर्पित रहा है। देश को अंत्योदय का मंत्र देते हुए उन्होंने पंक्ति में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को पंक्ति में खड़े प्रथम व्यक्ति तक लाने की परिकल्पना की जिसके लिए उनका संपूर्ण जीवन समर्पित रहा।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की अपने निवास पर श्रद्धांजलि अर्पित कर कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जी एक ऐसे युगद्रष्टा थे जिनके द्वारा बोये गए विचारों व सिद्धांतों के बीज ने देश को एक वैकल्पिक विचारधारा दी। उनकी विचारधारा सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र पुनर्निर्माण के लिए थी। पं. दीनदयाल जी कहते थे कि जब तक हम समाज के गरीब-से-गरीब व्यक्ति तक विकास नहीं पहुंचाते, तब तक देश की स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं। केंद्र व राज्यों की भाजपा सरकारें पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के मार्ग पर कार्य कर रही हैं, अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजना का लाभ पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य हैं।