बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है। इस फैसले के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता और इस मामले के आरोपी बनाए गए लालकृष्ण आडवानी ने रामलला के नाम पर जयघोष किया, तो वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने न्यायालय के इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे देश की जीत बताया है। इस फैसले के बाद केस में आरोपी रहे आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि सत्य की जीत हुई है। इस पर मैं प्रणाम करूंगा। हम सब मिलकर जितने भी पुराने दाग हैं, उनको धोएंगे। यह तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है।
आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि जहां-जहां भी दाग है, उनको धोकर साफ करेंगे। आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि जहां-जहां भी दाग है, उनको धोकर साफ करेंगे। बाबरी विध्वंस मामले में आचार्य धर्मेंद्र के अलावा लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा, महंत नृत्य गोपाल दास, डॉ. राम विलास वेदांती, चंपत राय, महंत धर्मदास, सतीश प्रधान, पवन कुमार पांडेय, लल्लू सिंह प्रकाश शर्मा आरोपी थे, जिन्हें कोर्ट ने बरी कर दिया है।
गौरतलब है कि अयोध्या में छह दिसम्बर 1992 बाबरी मस्जिद विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 साल बाद अपना फैसला सुना दिया है। अदालत ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। अदालत ने ये भी कहा कि मस्जिद का विध्वंस सुनियोजित नहीं था। अदालत ने कहा कि किसी भी आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिले।