लखनऊ । उत्तर प्रदेश में हाथरस कांड को लेकर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत कई पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. वहीं एसआईटी को सभी लोगों के नारको और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के निर्देश दिये है.
मालूम हो कि यूपी में महिलाओं के साथ इस हफ्ते रेप की खबरें लगातार सामने आईं. विपक्ष ने इन वारदात को लेकर सरकार पर जोरदार हमला बोला है. आम आदमी भी यूपी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गुस्से में है. उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड को लेकर सियासत और हंगामा जारी है. कई विपक्षी पार्टियां मामले में उत्तर प्रदेश की सरकार और यूपी पुलिस के रवैये को लेकर सवाल उठा रही हैं.
पुलिस ने हाथरस गैंगरेप पीड़ित के गांव को पुलिस ने छावनी बना रखा है. जिले में धारा-144 लगाने के साथ ही पीड़ित के गांव में नाकेबंदी है. गांव के लोगों को भी आईडी दिखाने के बाद ही एंट्री दी जा रही है. प्रशासन के इस रवैये से लोग नाराज हैं. उनका कहना है कि हमारे ही गांव में हमसे अपराधी जैसा सलूक हो रहा है.