जांजगीर-चांपा। शहर का होनहार युवक मध्यप्रदेश की न्यायधानी में अन्याय का शिकार हो गया है। मेडिकल की पढ़ाई करने जांजगीर से जबलपुर की यात्रा को सफलतापूर्वक पार करने के बाद सीनियर छात्रों ने उसे इतना सताया कि उसने अपनी ईहलीला ही समाप्त कर ली। इससे पहले भागवत देवांगन ने सुसाइड नोट भी अपने कमरे में छोड़ा है, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। उस सुसाइडल नोट में उसने रैगिंग से परेशान होने की बात कही है।
परिजनों ने 5 सीनियर के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। वहीं मामले में कार्रवाई के लिए तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपे हैं। दूसरी ओर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन और स्थानीय लोग जस्टिस फॉर भागवत देवांगन की तख्ती लेकर सड़क पर बैठे हैं। परिजनों के मुताबिक उनका बेटा कुछ महीनों से बेहद परेशान था, लेकिन वह खुलकर कुछ नहीं बताया करता था। बताया जा रहा है कि परिजनों को केवल पढ़ाई की वजह से तनाव होने की जानकारी देता था।