दिल्ली। जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश जुटाने के बाद अब मुकेश अंबानी अपनी रिटेल कंपनी के लिए फंड जुटाने में लगे हैं। मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिटेल कारोबार में एक के बाद एक निवेशों की झड़ी लग गई है। सिंगापुर सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी और ग्लोबल इनवेस्टमेंट फर्म टीपीजी कैपिटल ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) में कुल एक अरब डॉलर यानी करीब 7350 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है।
नौ सितंबर से शुरू हुआ निवेश का सिलसिला
रिलायंस रिटेल में निवेश का सिलसिला नौ सितंबर से शुरू हुआ था। इसके लिए अंबानी अब तक विदेशी निवेशकों से 32,197.50 करोड़ रुपये से अधिक निवेश जुटा चुके हैं। इससे पहले केकेआर, जनरल अटलांटिक, मुबाडला और सिल्वर लेक पार्टनर्स इसमें निवेश का एलान कर चुके हैं, जिसके बदले उन्हें कंपनी में कुल 7.28 फीसदी की हिस्सेदारी मिलेगी।
ये है कंपनी का लक्ष्य
रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देशभर में फैले 12,000 से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ ग्राहक आते हैं। यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला रिटेल बिजनेस है। रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस का तमगा भी है। कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों, छोटे उद्योगों, खुदरा व्यापारियों और किसानों का एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहती है, जिससे उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान की जा सके और लाखों रोजगार पैदा किए जा सकें।
रिलायंस रिटेल ने अपनी नई वाणिज्य रणनीति के तहत छोटे और असंगठित व्यापारियों का डिजिटलीकरण शुरू किया है। कंपनी का लक्ष्य दो करोड़ व्यापारियों को इस नेटवर्क से जोड़ना है। यह नेटवर्क व्यापारियों को बेहतर टेक्नोलॉजी के साथ ग्राहकों को बेहतर मूल्य पर सेवाएं देने में सक्षम बनाएगा।
मुकेश अंबानी और ईशा अंबानी ने किया स्वागत
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने सौदों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के रिटेल सेक्टर का ईको सिस्टम बदलने की जरूरत है। जीआईसी और टीपीजी इस मिशन में सहायक होगें। टेक्नोलॉजी कंपनियों और बिजनेस में निवेश करने का जीआईसी के बढ़िया ट्रैक रिकॉर्ड की भी उन्होंने प्रशंसा की।