दिल्ली। कृषि बिलों को लेकर पिछले दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए गए। इस दौरान कई राजनीतिक विपक्षी दल भी बिलों को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमलावर नजर आए। केंद्रीय प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि विपक्षी दल दलालों के दलाल बन गए हैं।
कृषि बिल को लेकर जागरुकता पैदा करने की भाजपा सरकार की पहल के तहत केंद्रीय मंत्री गोवा में हैं। यहां पत्रकारों से बात करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि वास्तविक स्थिति में किसान अपनी उपज के लिए कम कमाते हैं और ग्राहकों को इसे उच्च दरों पर खरीदना पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाया कि दलालों द्वारा दाम बढ़ा दिए जाते हैं और कृषि बिल से यह समस्या खत्म हो जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब में हो रहे प्रदर्शन के पीछे वहां की सरकार है। उन्होंने कहा, पंजाब के अलावा देश में कहीं भी बिल के विरोध में प्रदर्शन नहीं हो रहे हैं और वहां राज्य सरकार उसके पीछे है। वास्तव में किसानों ने कृषि बिलों का स्वागत किया है।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और एनसीपी ने कृषि बिलों के विरोध में अपना अभियान चलाया है। कांग्रेस अपने घोषणापत्र देखे। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने भाषणों में कृषि सुधारों के बारे में बात की है, लेकिन कांग्रेस ने अब यू-टर्न ले लिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल एक ‘मिथक’ फैला रहे हैं कि नए कानूनों के तहत एपीएमसी (कृषि उपज बाजार समितियां) बंद हो जाएंगी और सरकार उपज की खरीद बंद कर देगी या न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को रोक दिया जाएगा। जावड़ेकर ने कहा, ‘ये सब झूठ है।’ इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि इन विधेयकों के पारित होने पर राज्य सभा में विपक्षी नेताओं ने जिस तरह से विरोध जताया, वह निंदनीय और शर्मनाक’ था।