पेंड्रा। जोगी परिवार और जाति का मामला एक-दूसरे के पूरक बन गए हैं। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी सत्तासीन होने के बाद से ताउम्र इस जटिल समस्या में घिरे रहे, उनके बाद उनके बेटे अमित अब भी फंसे हुए हैं, तो अब अमित की पत्नी का मामला भी उलझ गया है। ऐन उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद, अब जबकि तैयारियों के लिए ज्यादा वक्त नहीं बचा है, ऐसे में न्यायालयीन आपाधापी जोगी परिवार के लिए मुसीबत बन गई है।
मरवाही उपचुनाव में सियासी बयानबाजी के साथ-साथ एक बार फिर से अमित जोगी की जाति का मामला फिर से उठा है। दरअसल मरवाही सीट से अमित जोगी की जाति मामले में किसी तरह का अड़ंगा डाले जाने की स्थिति में वे अपनी पत्नी ऋचा जोगी को चुनाव मैदान में उतारने का मन बनाया है। इस बीच जोगी की जाति को लेकर फिर से नया मोड आ गया है। बता दें कि ऋचा जोगी के चुनाव लड़ने की खबरों के बीच जाति प्रमाण पत्र को लेकर संत कुमार नेताम ने कलेक्टर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। नेताम ने ऋचा जोगी के जाति को लेकर आपत्ति जताई है।
बताया कि ऋचा जोगी 15 जुलाई को जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया था, वहीं 48 घंटे के भीतर ही एसडीएम ने 17 जुलाई को गोंड आदिवासी जाति प्रमाण पत्र जारी किया था। वहीं मामले में आपत्ति जताने पर कलेक्टर ने संज्ञान लिया। मुंगेली कलेक्टर ने 8 अक्टूबर को मामले की सुनवाई के आदेश दिए हैं।