केशकाल। छत्तीसगढ़ के केशकाल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद पीड़िता के सुसाइड मामले को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान में लिया है। आयोग के सदस्य यशवंत जैन ने एसपी को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर जानकारी देने को कहा।
बता दें कि युवती से गैंगरेप और सुसाइड केस की खबर मीडिया द्वारा प्रमुखता से दिखाया गया था, जिसके बाद हरकत में आई प्रशासन ने मामले में आगे की कार्रवाई की। वहीं आज दफनाए गए मृतिका शव को बाहर निकाला गया। तहसीलदार की मौजूदगी में दफनाए गए शव को बाहर निकाला गया। एसपी सिद्धार्थ तिवारी भी मौके मौजूद रहे हैं।
शव को परीक्षण के लिए धनोरा स्वस्थ केंद्र भेजा गया है। मामले में मौजूद अन्य सामाग्री को पुलिस ने जब्त किया है। बता दें कि मामले में परिवार वालो ने रिपोर्ट दर्ज कराने से मना कर दिया था। वहीं दूसरी ओर दुष्कर्म के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग पत्र लिखकर एसपी से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानकारी देने का कहा है।
बताया जा रहा है कि 2 महीने पहले युवती अपनी सहेली के साथ एक शादी समारोह में बगल के गांव गई थी, जहां रात में 7 युवक उसे शादी वाले घर से जबरदस्ती उठाकर जंगल की ओर ले गए और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। देर रात युवती किसी तरह वापस लौटी और अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया।
लेकिन दबंगों की धमकी और डर की वजह से परिवार ने शिकायत नहीं की। उसके कुछ दिन बाद ही युवती ने फांसी लगा ली थी। परिवार का आरोप है कि थाना प्रभारी ने उसके बाद युवती के चाचा को थाना बुलाकर केस दर्ज करने का आश्वासन दिया था। लेकिन नहीं दर्ज किया।
इससे दुखी युवती के पिता ने भी जब सुसाइड की कोशिश की तब जाकर मामला सामने आया है। अब परिवार के लोगों ने सरकार से इस मामले में न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।