रायपुर। आज की भागती-दौड़ती जिंदगी कोरोना की वजह भले थम गई है, लेकिन आॅनलाइन खरीदी-बिक्री का सिलसिला बदस्तुर जारी है। इन गतिविधियों पर जालसालों की नजर जमी हुई है। कब, कौन आपको किस बहाने ठग लेगा, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी मेहनत की कमाई के प्रति स्वयं सजग रहें।
राजधानी सायबर पुलिस ने इस विषय को लेकर ट्वीटर पर संदेश प्रसारित किया है, जिसका सीधा संबंध प्रदेश की आम जनता से है, ताकि कोई भी सायबर अपराध का शिकार ना हो। सामान्य तौर पर हड़बड़ी की वजह से लोगों का ध्यान नहीं जाता है कि वे कहां पर चूक कर गए, जबकि सायबर अपराधियों को इसी बात का इंतजार होता है कि आप चूक कर जाएं।
किसी भी अज्ञात नंबर के कॉल या मेल या फ़ोन या मैसेज के माध्यम से पूछे जाने पर अपना एटीएम पिन, cvv नंबर, UPI पिन, नेट बैंकिंग पासवर्ड आदि की जानकारी कदाचित ना दे। इनके साझा करने से आप साइबर अपराध के शिकार हो सकते है।
— Chhattisgarh Cyber Police (@CG_cyberpolice) October 6, 2020
बता दें कि सायबर अपराध को अंजाम देने के लिए अपराधी को आपके आस-पास होने की जरूरत नहीं है, बल्कि वह देश के किसी भी कोने में बैठकर आपकों अपनी जाल में फंसा सकता है और अपने मंसूबों को अंजाम दे सकता है। इसलिए सावधान रहने की जरूरत है, ताकि आपको आर्थिक नुकसान ना उठाना पडे़े।