रायपुर। बचपन से ही सिखाया जाता है कि लालच बुरी बला है, फिर भी जाने-अनजाने में लोग अक्सर लालच में पड़ ही जाते हैं और मुसीबत मोल लेते हैं। आज के दौर में ठगराजों का काम और भी आसान हो गया है, क्योंकि ज्यादातर लोग आॅनलाइन खरीदी पर भरोसा कर रहे हैं। इस तरह से वे ऐसे लोगों के संपर्क में आ जाते हैं, जिन्हें कभी देखा है, ना ही जाना है। नतीजतन, आॅनलाइन ठगी आसानी से हो रही है। राजधानी में ही इस तरह के कई उदाहरण सामने आ चुके हैं।
हालिया जानकारी के मुताबिक ऐसी की एक ठगी की शिकार रायपुर की एक युवती हुई है। जिससे लकी ड्रॉ के नाम पर 1.65 लाख रुपए ठग लिए। युवती ने एक ऑनलाइन साइट से कुर्ती मंगवाई थी। कुर्ती डिलीवर होने के बाद लकी ड्रॉ में कार निकलने का झांसा दिया गया। इसके बाद टैक्स और अन्य सर्विस के नाम पर किस्तों में रुपए ले लिए। मामला डीडी नगर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, शिवोम विहार निवासी एक युवती ने 22 फरवरी को गुरुग्राम, हरियाणा की शॉप क्लॉउस कंपनी से ऑनलाइन 2 पीस कुर्ती मंगवाई थी। कुर्ती डिलीवर होने के बाद कंपनी के कर्मचारी अमित मिश्रा ने कॉल कर लकी ड्रॉ में शामिल होने की बात कही और बताया कि उनकी 3.8 लाख रुपए की एक कार निकली।
आरोप है कि ड्रॉ की कार देने के लिए अमित मिश्रा ने कंपनी में रजिस्ट्रेशन की बात कही। जिसकी एवज में 8,800 रुपए खाते में जमा करए। इसके बाद जीएसटी के लिए 15,200 रुपए और अन्य सर्विस का हवाला देकर किस्तों में 22,900 रुपए, 10 हजार, 34 हजार और 25 हजार रुपए खाते में जमा कराए। फिर अकाउंट होल्ड के नाम पर 49 हजार रुपए ले लिए।
एफआईआर में लेट लतीफी
इसके बाद जब भी लकी ड्रॉ की कार भेजने की बात कहती तो आरोपी बहाना बनाकर टाल-मटोल करते। इसके बाद पूर्णिमा ने रुपए वापस मांगे तो गाली-गलौच करने लगे। आरोपियों ने रुपए देने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद पूर्णिमा ने थाने में शिकायत की, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया। एसपी से शिकायत पर 6 माह बाद एफआईआर हुई।