हाथरस। हाथरस गैंगरेप के मुख्य आरोपी संदीप ठाकुर ने उत्तर प्रदेश पुलिस को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें दावा किया है उसे और बाकी तीनों को इस केस में फंसाया जा रहा है। उसने उल्टा पीड़िता की मां और भाई पर ही उसे प्रताड़ना का आरोप मढ़ दिया है। संदीप ने चिट्ठी में सभी ‘आरोपियों के लिए न्याय’ की मांग की है।
जेल में बंद संदीप ठाकुर ने हाथरस पुलिस को लिखी इस चिट्ठी में दावा किया है कि वो और पीड़िता ‘दोस्त’ थे। एक-दूसरे से कभी-कभी मिलने के अलावा वो कभी-कभी फोन पर भी बात करते थे। बुधवार को लिखी इस चिट्ठी पर चारों आरोपियों ने अंगूठे से स्याही लगाई है। यह चिट्ठी तब सामने आई है, जब पुलिस ने दावे किए हैं कि उसे कुछ ऐसे सबूत मिले हैं कि पीड़िता का परिवार इन आरोपियों में से एक को जानता था। यूपी पुलिस ने दावा किया है कि कॉल रिकॉर्ड्स से यह सामने आया है कि पीड़िता का भाई संदीप ठाकुर के टच में था। दोनों के बीच में पिछले साल अक्टूबर से लेकर इस साल मार्च तक के बीच में कुछ 14 बार फोन कॉल किया गया था।
आरोपी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि पीड़िता के परिवार को उनकी दोस्ती पसंद नहीं थी। उसने लिखा है, ‘घटना वाले दिन, मैं उससे खेतों में मिलने गया था, जहां उसकी मां और भाई भी थे। उसने मुझसे घर जाने को कहा तो मैं वापस चला आया और जानवरों को चारा खिलाने लगा। उसने आगे लिखा है, ‘मुझे बाद में गांव वालों से पता चला कि उसकी मां और भाई ने हमारी दोस्ती की वजह से उसकी पिटाई की और उसे बुरी तरह घायल कर दिया है। मैंने कभी उसे मारा नहीं था, न ही उसके साथ कुछ गलत किया था। उसके परिवार ने मुझे और तीन अन्य पर आरोप लगाकर हमें जेल भिजवा दिया। हम सभी निर्दोष हैं। हमारा आग्रह है कि इसकी जांच की जाए और हमें न्याय दिलाया जाए।
इधर, पीड़िता के पिता ने इन आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मैंने अपनी बेटी को खो दिया है। अब हम पर कीचड़ उछाल रहे है। हम इससे डरते नहीं हैं। आरोप पूरी तरह से गलत हैं। हमें किसी तरह का कोई मुआवजा या फिर पैसा नहीं चाहिए, हमें न्याय चाहिए।