रायपुर। आरंग पुलिस ने एक ऐसे शिक्षक को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी अंकसूची लगाकर पिछले 12 साल से नौकरी कर रहा था। उस पर नौकरी लगवाने की बात कहकर ठगी की घटना को अंजाम देने का भी आरोप है। आरोपित शिक्षक को आरंग पुलिस ने धोखाधड़ी के जुर्म में गिरफ्तार किया। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।
आरंग पुलिस के मुताबिक गरियाबंद निवासी नाथूराम की मुलाकात वर्ष 2008 में आरंग में पदस्थ शिक्षक भेखलाल से हुई थी। इस दौरान भेखलाल ने उसे बताया कि उसकी पहुंच ऊपर तक है। वह शिक्षक की नौकरी लगवा सकता है, लेकिन नौकरी के लिए खर्च करना पड़ेगा। नाथूराम उसके झांसे में आ गए। उन्होंने तीन लाख 50 हजार रुपये नौकरी लगाने के नाम पर शिक्षक को दे दिए। कई साल बीत जाने के बाद जब नौकरी नहीं लगी तो नाथूराम ने आरोपित शिक्षक से पैसे वापस करने की बात कही। इसे लेकर गांव में बैठक हुई। उस समय आरोपित ने पैसे लौटाने की बात कही थी, लेकिन नहीं लौटाए। तब नाथूराम ने आरंग पुलिस थाने में अपराध दर्ज कराया। आरंग पुलिस ने बताया कि नाथूराम को कहीं से जानकारी मिली कि आरोपित भेखलाल स्वयं फर्जी अंकसूची एवं फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनाकर 12 साल से शिक्षाकर्मी वर्ग-3 पर नौकरी कर रहा है। उसके बाद पुलिस ने जांच कराई तो अंकसूची फर्जी पाई गई। उसके बाद आरोपित शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।